इंदौर: चंदन नगर की नाबालिग को दंपती ने बेचा, जामनगर से भागकर पहुंची घर, 7 आरोपियों पर मामला दर्ज

इंदौर के चंदन नगर में 17 साल की नाबालिग को बेचने का मामला सामने आया है।

Updated: Nov 15, 2024, 12:06 PM IST

इंदौर के चंदन नगर में 17 साल की नाबालिग को बेचने का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक दंपती ने उसे घूमने के बहाने कार में बैठाया और गुजरात के जामनगर ले जाकर बेच दिया। किसी तरह वहां से भागकर पीड़िता इंदौर पहुंची और अपनी मां को पूरी घटना बताई। इसके बाद गुरुवार रात हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की मदद से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई।

 

चंदन नगर पुलिस के अनुसार, नाबालिग के अपहरण, दुष्कर्म और उसे बेचने के मामले में सात लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने आयशा उर्फ कोमल और उसके पति मोहम्मद आदिल उर्फ गोलू पठान, निवासी गीता नगर, जीवन, विमला, धर्मेन्द्र, प्रकाश (सभी निवासी जामनगर) और रवि पर केस दर्ज किया है। फिलहाल किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

 

पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि 5 नवंबर की रात करीब 9 बजे वह घर के बाहर काम से निकली थी, तभी उसे आयशा उर्फ कोमल और उसके पति गोलू पठान मिले। चूंकि वह आयशा को पहले से जानती थी, उसने उनसे बात की। आयशा ने कहा कि बेतमा में काम है, साथ में चलो, घूमकर आ जाएंगे। इस पर उसने घरवालों को कुछ नहीं बताया और उनके साथ बाइक पर निकल गई। राजमोहल्ला में चाय की दुकान के पास एक कार में विमला, धर्मेन्द्र, रवि और कुछ अन्य लोग बैठे मिले। विमला ने उसे कार में बैठने के लिए कहा, पहले तो उसने मना किया, लेकिन आयशा ने भरोसा दिलाया कि कुछ देर में लौट आएंगे। इसके बाद वे उसे कार (नंबर MP09WE9265) से गुजरात के जामनगर ले गए, जहां वे दूसरे दिन सुबह पहुंचे।

 

जामनगर पहुंचने पर जब उसने आयशा से इसका कारण पूछा तो आयशा ने कहा कि काम है, इसलिए यहां लाए हैं। वहां उन्होंने उसे प्रकाश नाम के व्यक्ति से मिलवाया और फिर बाकी लोग उसे वहीं छोड़कर वापस लौट गए। प्रकाश ने उसे अपनी पत्नी बताकर कहा कि उसने आयशा और अन्य लोगों से उसे खरीदा है। इसके बाद प्रकाश ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। 9 नवंबर की रात को वह वहां से पैदल भाग निकली और जैसे-तैसे राजकोट पहुंची। वहां से अहमदाबाद की ट्रेन लेकर 11 नवंबर को इंदौर पहुंची। इंदौर आकर उसने अपनी मां को पूरी घटना बताई। पीड़िता ने यह भी बताया कि वह डर के कारण दो दिन तक शिकायत दर्ज नहीं करवा सकी।