भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन मोड में लोकायुक्त, रतलाम में पंचायत सचिव को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ा
मध्य प्रदेश में बढ़ते भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ लोकायुक्त की टीम एक्शन मोड में आ गई है। मंगलवार 2 सितंबर को उज्जैन लोकायुक्त टीम ने रतलाम जिले में ट्रैप कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत बांगरोद के सचिव महेश जाट को 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

रतलाम। मध्य प्रदेश में बढ़ते भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ लोकायुक्त की टीम एक्शन मोड में आ गई है। महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख की अगुवाई में उज्जैन लोकायुक्त टीम ने रतलाम जिले में एक ट्रैप कार्रवाई कर ग्राम पंचायत बांगरोद के सचिव महेश जाट को 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा।
लोकायुक्त इकाई ने राहुल बैरागी की शिकायत पर पंचायत सचिव महेश जाट को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। रतलाम जिले के बांगरोद गांव निवासी राहुल बैरागी ने आरोप लगाया था कि एक अवैध रजिस्ट्री को शून्य घोषित करने के लिए रतलाम के एसडीएम के दिए आदेश का पालन करने के लिए पंचायत सचिव ने उनसे 10,000 रुपए बतौर रिश्वत की मांग की थी।
सचिव द्वारा रिश्वत मांगे जाने की सूचना राहुल ने उज्जैन के पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त आनंद यादव को दी जिसके बाद लोकायुक्त इकाई ने कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव महेश जाट को रंगे हाथों पकड़ने का प्लान बनाया। इसके मुताबिक, राहुल ने सचिव महेश जाट को रिश्वत का पैसा लेने के लिए मंगलवार 2 सितंबर को रतलाम के साक्षी पेट्रोल पंप के पास राजभोग चाय की दुकान पर बुलाया था। जैसे ही महेश वहां पहुंचा टीम एक्शन में आ गई और रिश्वत लेते हुए धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद महेश के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ऐसा ही एक मामला रीवा से भी सामने आया है जहां लोकायुक्त इकाई ने नायब तहसीलदार के रीडर देवेंद्र साकेत को 2,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। साकेत पर रामनई गांव के निवासी चंद्रकांत पांडे ने आरोप लगाया था कि जमीन के नक्शे में सुधार कराने के लिए उन्होंने पैसों की मांग की थी। जानकारी मिलने के बाद प्रवीण सिंह परिहार, उप पुलिस अधीक्षक और संदीप सिंह भदौरिया की एक टीम ने देवेंद्र साकेत को गिरफ्त में लिया।