जबलपुर में भगवा झंडे उतारने को लेकर विवाद, हिंदू संगठनों ने निगम कर्मियों को दौड़ाया

जबलपुर नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर 1 आने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है, इसी अभियान के तहत इधर-उधर लगे झंडे-बैनर हटाए जा रहे थे, भगवा झंडा उतारने को लेकर हिंदू संगठनों ने किया हंगामा

Updated: Apr 02, 2022, 09:58 AM IST

जबलपुर। जबलपुर नगर निगम द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर 1 बनने के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। नगर निगम द्वारा साफ-सफाई के अलावा इधर-उधर लगे झंडे-बैनर भी हटाए जाते हैं। लेकिन चैत्र नवमी से पूर्व निगम कर्मियों को भगवा झंडा हटाना तब भारी पड़ गया जब हिंदू संगठनों ने बवाल शुरू कर दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदू संगठनों द्वारा शहर भर में चैत्र नवमी से पूर्व भगवा झंडे लगाए गए थे। जिसे निगम कर्मियों ने हटाना शुरू कर दिया। इस बात की जानकारी मिलते ही विहिप और आरएसएस से जुड़े सैंकड़ों लोग मौके ओर पहुंच गए। उन्होंने निगम कर्मियों के साथ न सिर्फ बदसलूकी की, बल्कि वे मारपीट पर उतारू हो गए। निगम कर्मी किसी तरह मौके से जान बचाकर भागे।

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विवाद बढ़ने के बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाने-बुझाने की कोशिश की। लेकिन शहर के बड़ा फुहारा इलाके में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद व अन्य हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता सड़कों पर बैठ गए। प्रदर्शनकारी नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों को निलंबित करने की मांग पर अड़े हुए हैं। 

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से लगातार हिंदूवादी संगठन नगर निगम के अतिक्रमण दल का विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि हिंदू त्योहार पर लगे बधाई होर्डिंग और पोस्टर को नगर निगम का अमला निकालकर उसे कूड़ेदान में फेंक रहा है, इससे हिंदुओं की भावना आहत हो रही है। हिन्दू संगठनों ने भगवा ध्वज को नहीं हटाने की चेतावनी निगम प्रशासन को दी थी। लेकिन शनिवार को फिर नगर निगम के अमले ने बड़े फुहारा पर लगे पोस्टर, होर्डिंग को हटा दिया।

विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यकर्ता ने कहा कि वो हिंदू नव वर्ष के मौके पर जगह-जगह पर भगवा झंडे लहरा रहे थे, जैसा कि हर साल होता है। लेकिन इस साल नगर निगम द्वारा इसका विरोध किया गया। झंडे निकालकर उन्हें कचरा गाड़ियों में रखा जा रहा है। इसलिए हम इसका विरोध करते हैं और इसलिए हमने चक्का जाम किया है। बहरहाल, अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या निगम कर्मियों के साथ बदसलूकी करने वालों के खिलाफ सरकारी कार्यों में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज होगा?