MP: OBC वर्ग के 1.20 लाख स्टूडेंट्स को नहीं मिली पिछले साल की छात्रवृति, छात्र नहीं भर पा रहे कॉलेज की फीस

छात्रों पर कॉलेज फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। इन्हें स्कॉलरशिप के रूप में 200 करोड़ रुपए का भुगतान होना है।

Updated: Sep 14, 2023, 12:58 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के इंजीनियरिंग, फार्मेसी और मैनेजमेंट कॉलेजों में पढ़ने वाले पिछड़ा वर्ग के करीब 1.20 लाख छात्रों को अब तक पिछले साल की स्कॉलरशिप नहीं मिल सकी है। अब इन छात्रों पर कॉलेज फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। इन्हें स्कॉलरशिप के रूप में 200 करोड़ रुपए का भुगतान होना है।

पिछड़ा वर्ग विभाग ने वित्त विभाग से 200 करोड़ रुपए और मांगे हैं। ये स्वीकृत हो जाते हैं तो सभी तरह की रुकी स्कॉलरशिप का भुगतान हो जाएगा। स्कॉलरशिप पाने वाले बहुत से छात्र निर्धन वर्ग से आते हैं। उनके परिवार की इतनी आय नहीं है कि वे कॉलेजों की मोटी फीस दे सकें।

एसोसिएशन ऑफ टेक्निकल एंड प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट्स के अध्यक्ष केसी जैन का कहना है कि प्रदेश में विभिन्न कॉलेजों में पढ़ने वाले ओबीसी छात्रों की स्कॉलरशिप नहीं आई है। इनकी संख्या एक लाख से ज्यादा है। छात्रों के मुताबिक उन्हें 2022-23 की स्कॉलरशिप जनवरी में आ जानी थी। स्कॉलरशिप की औसत राशि करीब 30 हजार रु है।

छतरपुर निवासी प्रदीप पटेल भोपाल के एक कॉलेज से बीई कर रहे हैं। पिता किसान हैं। उन्हें अब तक स्कॉलरशिप नहीं मिली है। कॉलेज फीस जमा करने का दबाव बना रहा है। इससे पढ़ाई पर भी असर पड़ता है। आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि पूरी फीस जमा कर सकें।

इसी तरह छिंदवाड़ा निवासी आकाश बीटेक सेकंड ईयर में हैं। उनकी भी स्कॉलरशिप अब तक नहीं आ सकी है। इस वजह से देर से फीस जमा कर सकेंगे। बार-बार कॉलेज से फीस के लिए कहा जाता है। पिछड़ा वर्ग विभाग के सहायक संचालक अनिल सोनी का कहना है कि करीब सवा लाख छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है।