विदिशा में डिजिटल अटेंडेंस में घोटाला, शिक्षा विभाग ने 3 फर्जी शिक्षकों को किया बर्खास्त
विदिशा में डिजिटल अटेंडेंस से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। 3 शिक्षकों ने फर्जी तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मामले में कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग ने जांच बैठाई और तीनों ही दोषी को तत्काल बर्खास्त कर दिया। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने अन्य कर्मचारियों को गंभीर संदेश जारी किया।

विदिशा। प्रदेश में डिजिटल अटेंडेंस की पहल शुरू होने लगी है। जिसे राज्य सरकार ने पारदर्शिता लाने के लिए कई जिलों में अपनाना शुरू किया है। लेकिन, विदिशा में तीन शिक्षकों द्वारा डिजिटल अटेंडेंस से छेड़छाड़ की गई। दरअसल 100 फीसदी ई- अटेंडेंस के लिए इन शिक्षकों ने फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कराई थी। मामला संज्ञान में आने के बाद तीनों ही शिक्षकों को बर्खास्त किया गया।
विदिशा जिला 100 प्रतिशत ई- अटेंडेंस को लेकर सुर्खियों में बना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्कूल और कॉलेजो में साफ्टनेक नामक मोबाइल एप्लीकेशन से ई- उपस्थिति लगाई जाती है। इसी बीच गड़बड़ी की शिकायतों का मिलना लगातार जारी रहा। जिनमें शिक्षकों के स्कूल आए बिना फर्जी उपस्थिति दर्ज करने की बात सामने आई।
जिससे ई- टेंडेंस प्रणाली कठघरे के निशाने पर आ गई है।
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इस घटना में मिली जानकारी के बाद शिक्षा विभाग ने जांच बैठाई। मामले में टीम गठित कर उचित कार्रवाई की। जिसमें तीन शिक्षकों का नाम सामने आया है। टीचर सुरेन्द्र शर्मा (सहायक प्राध्यापक), डॉ. सरताज मंज़ूर (अतिथि शिक्षक) और शंभू कुमार यादव के नाम शामिल है। शिक्षा विभाग में इस मामले में कार्रवाई करते हुए सभी दोषी को तत्काल बाहर का रास्ता दिखाया। साथ ही अन्य सभी कर्मचारियों को गंभीर संदेश जारी किया है।