MP Election 2023: दगाबाजी की एक ही सजा, सिंधिया समर्थकों को वोट न दिए जाएं: दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार में व्यापमं घोटाले की जांच हो रही थी और शिवराज सिंह चौहान को आरोपी बनाया जा सकता था। इसलिए सिंधिया के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा गया।

Updated: Nov 15, 2023, 09:32 AM IST

गुना। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में महज दो दिन शेष है। आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महासचिव प्रियंका गांधी, पीसीसी चीफ कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और सचिन पायलट प्रचार करेंगे। दिग्विजय सिंह और सचिन पायलट आज साझा रूप से सभाएं करेंगे। सिंह ने बुधवार देर शाम गुना में जनसभा को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर हमला बोला।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार में व्यापमं घोटाले की जांच हो रही थी और शिवराज सिंह चौहान को आरोपी बनाया जा सकता था। इसलिए सिंधिया के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा गया और 25 से 50 करोड़ रुपए देकर विधायक खरीद लिए गए। सिंह के मुताबिक भाजपा की 18 साल सरकार रही, लेकिन जितना भ्रष्टाचार बीते 5 सालों में देखा गया है, उतना कभी नहीं हुआ। दिग्विजय सिंह ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि सिंधिया, शिवराज और उनके समर्थकों की दगाबाजी की एक ही सजा है कि उन्हें वोट न दिए जाएं और साल 2023 में मतदाता भाजपा के खिलाफ मतदान करें।

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दिग्विजय सिंह ने बताया कि साल 2018 में कांग्रेस के 114 में से सिर्फ 22 विधायक ही सिंधिया के समर्थन में थे, इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता था। लेकिन कमलनाथ ने हमेशा सिंधिया का सहयोग किया। उन्हें सिंधिया स्कूल की जमीन निशुल्क दे दी। सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने भी कभी गुना संसदीय क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं किया था। इसके बावजूद ज्योतिरादित्य कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए और भाजपा ने उन्हें भाईसाहब बना दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे सरकार गिराने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को कभी माफ नहीं करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने बताया कि साल 1980 में वे और अर्जुन सिंह ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया को कांग्रेस में लाए थे। उन्होंने कहा, 'इसके बाद माधवराव ने अच्छा काम किया, उनके साथ मिलकर गैस पाइपलाइन योजना को गुना लाने में सफल हुए, जिसके बाद एनएफएल और गेल जैसे संयंत्र गुना जिले को मिल सके। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।'

दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह पिछले एक वर्ष से पूरे प्रदेश में घूमे हैं। पार्टी ने उन्हें ऐसी 66 सीटों की जिम्मेवारी दी थी, जिन पर पिछले चुनावों में पार्टी जीत हांसिल नहीं कर पाई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के भ्रमण के दौरान यह सामने आया कि जनता तो कांग्रेस को लाना चाहती है, लेकिन कांग्रेसी पता नहीं क्यों सुस्त हैं। जनता जब चुनाव जिताना चाह रही है, तो भैया जय लग जाओ, जरा भिड़ जाओ। उन्होंने कहा कि हमेशा सकारात्मक तरीके से सोचना चाहिए। 

सिंह ने कांग्रेस नेताओं को हिदायत देते हुए कहा, 'हमारे यहां तो कई बार मुझे गुस्सा आता है। कांग्रेसी कहते हैं कि साहब बहुत बेकार हालत है। भैया हालात बेकार हैं, तो तुम क्या कर रहे हो। तुम्हे क्यों पद दिया है। हालत ठीक करो।' सिंह ने कहा कि वह 3 दिसंबर को वह पूरे गुना जिले के उन सभी बड़े नेताओं की पोलिंग का परिणाम देखेंगे, जिनके पास पद हैं। उन्होंने कहा कि यह नहीं होता कि हम नेता तो बहुत बड़े हैं, लेकिन अपनी ही पोलिंग नहीं जिता पा रहे।