MP Election: ऐसे छिछोरे व्यक्ति की बात का कोई जवाब नहीं देना चाहिए, सीएम शिवराज पर बरसे राज बब्बर

बाल दिवस चाचा नेहरू का दिन हुआ करता है। स्कूलों में हमें मिठाइयां अच्छा खाना मिलता था लेकिन दुर्भाग्य है। आज इस प्रदेश में जहां में आया हूं 70% बच्चे कुपोषण की वजह से बच्चे बीमार हैं: राज बब्बर

Updated: Nov 14, 2023, 06:05 PM IST

भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रियंका गांधी को मनोरंजन कहे जाने पर कांग्रेस ने तल्ख टिप्पणी की है। कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि ऐसे छिछोरे व्यक्ति की बात का कोई जवाब नहीं देना चाहिए। राज बब्बर ने मंगलवार को राजधानी भोपाल स्थित पीसीसी मुख्यालय मीडिया को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार, कुपोषण व अन्य मुद्दों पर भाजपा की जमकर आलोचना की।

दरअसल, मंदसौर की सुवासरा विधानसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मोदी और शिवराज विकास के डबल इंजन... राहुल और प्रियंका कांग्रेस के डबल मनोरंजन। दोनों भाई- बहन एमपी मनोरंजन करने आते हैं। सीएम के इस बयान पर फिल्म अभिनेता व यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि, 'मुझे ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने वाला बहुत गंभीर व्यक्ति नहीं लगता। क्योंकि, उन्हें वही समझ नहीं आ रहा है कि वे अपनी बुराई खुद ही कर रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान खुद को इंजन बता रहे हैं अगर शिवराज जी इंजन है तो दुर्भाग्य की बात है।'

राज बब्बर ने आगे कहा, 'चाहे प्रियंका गांधी हों या हेमा मालिनी हों। किसी भी महिला के बारे में इस तरह अगर कोई छिछोरी बात करता है तो वह व्यक्ति बहुत छिछोरा है। ऐसे छिछोरे व्यक्ति की बात का कोई जवाब नहीं देना चाहिए।' राज बब्बर ने आगे कहा, 'बाल दिवस चाचा नेहरू का दिन हुआ करता है। स्कूलों में हमें मिठाइयां अच्छा खाना मिलता था लेकिन दुर्भाग्य है। आज इस प्रदेश में जहां में आया हूं 70% बच्चे कुपोषण की वजह से बच्चे बीमार हैं। 18 साल के मुख्यमंत्री ने कहा था कि कुपोषण माथे पर कलंक है।'

चुनाव नतीजों को लेकर बड़ा दावा करते हुए राज बब्बर ने कहा कि, 'मैं मध्य प्रदेश में कई जगह होकर आया हूं मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि यह बदलाव की जो लहर और आंधी चल रही है बीजेपी सरकार इस बार नहीं बन रही है। राहुल गांधी कह चुके हैं कि 150 से कम सीटें नहीं आएंगी। और मैं कहता हूं उससे ज्यादा बढ़ ही जाएगी। मध्य प्रदेश में कर्नाटक जैसे परिणाम रिपीट हो रहे हैं। बीजेपी ने कर्नाटक महाराष्ट्र की सरकार तोड़फोड़ कर पैसे और धन के बल पर बना ली। कर्नाटक में जैसे दोगुने विधायक जीत कर आए हैं वैसे यहां भी ऐसा होगा। इस बार जब संकल्प पत्र निकाला तब प्रदेश के किसी नेता का नाम नहीं है।'