मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए भी देना होगा रिश्वत, MP के शासकीय अस्पतालों में भ्रष्टाचार की शर्मनाक कहानी

मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के पैर इस तरह जम चुके हैं कि अब लोगों को मौत के बाद रिश्वत चुकाना पड़ पर रहा है और शासन-प्रशासन खामोश है।

Updated: Sep 11, 2023, 03:37 PM IST

Image courtesy- MPTak
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पन्ना। बीजेपी शासित मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। शासकीय योजनाओं से लेकर भर्तियों में कमीशनखोरी के मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। प्रदेश के शासकीय अस्पतालों में तो भ्रष्टाचार इस कदर हावी है कि मौत के बाद भी लोगों से रिश्वत ली जा रही है। पन्ना जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से ऐसा ही मामला सामने आया है।

पन्ना में एक आदिवासी युवक की मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए रिश्वत के रूप में 1500 रुपयों की मांग की गई। बताया जा रहा है कि कालदा थाना क्षेत्र के ग्राम खबरी निवासी 28 वर्षीय प्रह्लाद की 8 सितंबर को बिजली गिरने से मौत हुई। इसके बाद उसे कालदा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां उसका पोस्टमार्टम होना था। लेकिन सुबह से दोपहर तक कोई स्वीपर पोस्टमार्टम के लिए नहीं आया। इसके बाद दोपहर करीब 2.30 बजे एक स्वीपर आया और उसने पोस्टमार्टम के बदले में परिजनों से 1500 रुपए मांगे। स्वीपर ने कहा कि उसे शासन की ओर से पैसे नहीं मिलते इसलिए आप लोगों को देने पड़ेंगे। 

परिजनों ने पैसे दे दिए लेकिन बाद में कलेक्टर के पास इसकी शिकायत कर दी। परिजनों ने शिकायत के लिए पन्ना के कलेक्टर हरजिंदर सिंह को फोन किया। हरिजंदर ने फोन की जगह मैसेज पर मामला बताने को कहा जिसपर परिजनों ने पूरा मामला मैसेज पर बताया। इसके बाद भी परिजनों के पैसे वापस नहीं मिले। पत्रकारों ने जब पन्ना कलेक्टर से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच के बाद जनसंपर्क विभाग के द्वारा प्रेस नोट जारी कर मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। 

वहीं पोस्टमार्टम करने वाले स्वास्थ्य केंद्र के बाहरी कर्मचारी रूप लाल बागरी का कहना है कि उन्हें इस काम के लिए शासन की तरफ से कोई पैसा नहीं मिलता है। वह काफी दूर से आते हैं इसलिए वह 1500 रुपये हर पोस्टमार्टम के लिए वसूलते हैं। इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर वीएस उपाध्याय ने बताया कि बीएमओ को नोटिस जारी कर मामले की जानकारी मांगी गई है। पोस्टमार्टम के लिए किसी से पैसे लेने का कोई प्रावधान नहीं है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।