आगजनी और हिंसा के बीच बांग्लादेश में वोटिंग जारी, मुख्य विपक्षी दल ने चुनाव का किया है बहिष्कार

देश के मुख्य विपक्षी पार्टियां निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर इस चुनाव का बहिष्कार कर रही हैं। ऐसे में देश में जबरदस्त हिंसा और आगजनी भी देखने को मिल रही है।

Updated: Jan 07, 2024, 09:52 AM IST

ढाका। बांग्लादेश में आम चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ है और शाम पांच बजे समाप्त होगा। चुनाव नतीजे आठ जनवरी की सुबह से घोषित किये जाने की उम्मीद है। आगजनी और हिंसा के बीच 300 निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग जारी है। इस चुनाव में मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की अनुपस्थिति के कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना के लगातार चौथी बार जीत दर्ज करने की उम्मीद है।

दरअसल, देश के मुख्य विपक्षी पार्टियां इस चुनाव का बहिष्कार कर रही हैं। इनका नेतृत्व सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) कर रही है। ऐसे में सत्ताधारी पार्टी अवामी लीग की जीत तकरीबन तय मानी जा रही है। विपक्ष का आरोप है कि PM हसीना के नेतृत्व में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो पाएंगे। उनकी मांग है कि शेख हसीना अपना पद छोड़ दें और फिर एक केयकटेकर सरकार के नेतृत्व में चुनाव करवाए जाएं। PM हसीना ने इस मांग को खारिज कर दिया है। 

ऐसे में इन चुनावों में बैलेट पेपर पर अवामी लीग के उम्मीदवारों, उनकी सहयोगी पार्टी के कैंडिडेट्स और निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों के नाम ही लिखे गए हैं। यानी विपक्ष के बगैर चुनाव हो रहे हैं। विपक्ष के नेता देशभर में हड़ताल कर रहे हैं। आगजनी और हिंसा भी देखने को मिल रही है। बांग्लादेश के हबीगंज शहर में शनिवार रात को करीब 100 क्रूड बम से विस्फोट किए गए। पुलिस ने दावा किया है कि ये हमले विपक्षी पार्टी BNP के कार्यकर्ताओं ने हड़ताल के सपोर्ट में किए।

वोटिंग शुरू होने से पहले शनिवार को 10 जिलों के 14 पोलिंग बूथ और 2 स्कूलों में आग लगा दी गई थी। विपक्षी नेताओं पर एक ट्रेन में आग लगाने का भी आरोप लगा है। शेख हसीना 2009 से सत्ता में हैं और उन्होंने आखिरी चुनाव दिसंबर 2019 में जीता था, जिसमें जानलेवा हिंसा हुई थी और चुनाव में धांधली के आरोप लगे थे। बीएनपी ने 2014 में भी चुनाव का बहिष्कार किया था, लेकिन 2019 के चुनाव में हिस्सा लिया था, जिसे पार्टी नेताओं ने एक गलती बताया था और चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया था।