ख़ज़ाना दिलाने वाले मनीराम का पुलिस ने किया खुलासा, जंगल ले जाकर की 6 लोगों की हत्या

अनेक लोगों ने मनीराम सेन को ख़ज़ाना पाने के एवज़ में पैसे भी दिए और यही बना उनके काल का कारण, बीस साल पहले भी ऐसी ही पांच हत्याओं का है आरोप

Updated: Jan 06, 2021, 05:18 PM IST

Photo Courtesy: Jubilee Post
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भोपाल। मंगलवार को सागर के राहतगढ़ में पुलिस ने मनीराम सेन नामक एक व्यक्ति को गिरफतार किया है। इस व्यक्ति पर भोपाल के अशोक गार्डन में रहने वाले एक युवक की हत्या करने का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसने दो महीने पहले अब्दुल वाहिद को ज़मीन मे गड़े खजाना दिलाने का लालच देकर हत्या की थी। युवक की हत्या करने वाला आरोपी कोई और नहीं बल्कि एक सीरियल किलर है। मनीराम सेन बीस साल पहले भी पांच लोगों के सिर कुचल कर उनकी हत्या कर चुका है। 

दरअसल दो महीने पहले भोपाल के सूखी सेवानिया थाने के अंतर्गत आने वाले बरखेड़ी गांव में अब्दुल वाहिद नाम के एक व्यक्ति की सिर कुचली हुई लाश मिली थी। खबरों के मुताबिक अब्दुल वाहिद ने मनीराम सेन को खज़ाना दिखाने के बदले 17 हज़ार रुपए भी दिए थे। जब मनीराम सेन द्वारा दिए गए लालच की पूर्ति नहीं जो पाई, तब अब्दुल वाहिद ने सेन से अपने पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। ऐसे में एक दिन मनीराम सेन अब्दुल वाहिद को खजाना दिलाने के नाम पर बरखेड़ी में एक जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। लाश की पहचान न हो पाए, इसके लिए सेन ने अब्दुल वाहिद का सिर पत्थर से पूरी तरह कुचल दिया। हत्या के बाद मनीराम सेन फरार हो गया।

मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने मनीराम सेन की तलाश शुरू कर दी थी। मनीराम सेन के ऊपर पुलिस ने 20 हज़ार रुपए का इनाम भी रखा था। करीबन 74 लोगों से पूछताछ करने पर पुलिस को यह पता चला कि मनीराम सेन अभी यूपी के प्रयागराज में है और वहां से वो सागर के राहतगढ़ आ रहा है। मुखबिरों की जानकारी सही निकली और पुलिस ने मनीराम सेन को गिरफ्तार कर लिया। 

आजीवन कारावास की सज़ा काट चुका है मनीराम 

अब्दुल वाहिद की हत्या के मामले में शक की सुई मनीराम सेन के ऊपर जाना कोई बड़ी बात नहीं थी। क्योंकि मनीराम सेन पहले भी पांच हत्याओं के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट चुका है। मनीराम सेन को सन् 2000 में भी पांच लोगों की इसी तरह (सिर कुचलकर) हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। 

मनीराम सेन ने वर्ष 2000 में विदिशा में खजाना दिलाने के नाम पर पांच लोगों को बेरहमी से मार चुका है। उसने खजाना दिलाने के नाम पर पांचों लोगों से पांच पांच हजार रूपए भी लिए थे। लेकिन लोगों को जब खजाना नहीं मिला तो सभी लोग मनीराम के ऊपर दबाव बनाने लगे। लिहाज़ा मनीराम सेन पांचों को खजाना दिलाने के नाम पर जंगल में ले गया और मौत के घाट उतार दिया। मनीराम सेन 2006 में पैरोल पर छूटा था। लेकिन इसके बार फिर वो फरार हो गया था। अंत में 2017 में मनीराम सेन जेल से बाहर आया था। लेकिन जेल से सजा काट कर आने के बाद भी हत्यारे ने अपनी प्रवृति नहीं छोड़ी।