पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का निधन, सियासी जगत में शोक की लहर
शिवराज पाटिल 2004 से 2008 तक केंद्र में गृह मंत्री रहे। हालांकि मुंबई हमले में सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का शुक्रवार को 90 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने लातूर स्थित अपने घर में सुबह 6.30 बजे अंतिम सांस ली। शिवराज पाटिल पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। लातूर में ही उनके घर देवघर में उनका इलाज चल रहा था।
शिवराज पाटिल चाकुरकर लोकसभा के स्पीकर रह चुके थे। उन्होंने कई केंद्रीय मंत्री पदों पर काम किया। मुंबई में जब 2008 में आतंकी हमला हुआ था, तब देश के गृह मंत्री शिवराज पाटिल ही थे। मुंबई अटैक के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में देश के लिए कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया और देश की संवैधानिक प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई।
शिवराज पाटिल चाकुरकर मराठवाड़ा और महाराष्ट्र में कांग्रेस के एक असरदार और अहम व्यक्ति थे। लातूर लोकसभा क्षेत्र से वह सात बार चुनाव जीते थे। साल 2004 में लोकसभा में हारने के बाद भी उन्होंने राज्यसभा से गृह मंत्री का पद और केंद्रीय जिम्मेदारियां स्वीकार की थीं। कांग्रेस और उसके सभी कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर दुख जताया है और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पाटिल के निधन पर शोक जताया है। राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है और पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति है।जनसेवा के प्रति उनका समर्पण, राष्ट्र के लिए उनके योगदान हमेशा याद किए जाएंगे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं पूरे पाटिल परिवार, उनके शुभचिंतकों और समर्थकों के साथ हैं।'
शिवराज पाटिल को इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का विश्वासपात्र माना जाता था। वे 1980 के दशक में इंदिरा और राजीव की सरकारों में रक्षा मंत्री रहे। इसके अलावा वे 1991 से 1996 तक लोकसभा के 10वें अध्यक्ष रहे। 2004 से 2008 तक केंद्र में गृह मंत्री रहे। हालांकि मुंबई हमले में सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
पीएम मोदी ने भी शिवराज पाटिल के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने पाटिल के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'शिवराज पाटिल जी के गुजर जाने से दुख हुआ। वे एक अनुभवी नेता थे, जिन्होंने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में MLA, MP, केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर और लोकसभा के तौर पर काम किया। वे समाज की भलाई में योगदान देने के लिए हमेशा तैयार रहते थे। पिछले कुछ सालों में मेरी उनसे कई बार बातचीत हुई, सबसे हाल की मुलाकात तब हुई जब वे कुछ महीने पहले मेरे घर आए थे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।'




