प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर युवाओं का प्रदर्शन, पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में भिड़ंत हो गई। आरोप है कि कुछ लोगों ने पुलिस पर पेपर स्प्रे किया, जिससे 3–4 पुलिसकर्मी घायल हुए और 15 प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए। इस बीच राजधानी का AQI 396 तक पहुंच गया और कई इलाकों में हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई।

Publish: Nov 24, 2025, 04:46 PM IST

नई दिल्ली। रविवार की शाम राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ उबलता गुस्सा सड़कों पर उतर आया। इंडिया गेट पर लोगों ने बढ़ते जहरीले धुएं और सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ प्रदर्शन किया जो देखते ही देखते पुलिस संग टकराव में बदल गया। आरोप है कि भीड़ में मौजूद कुछ प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पेपर स्प्रे चलाया जिससे कम से कम तीन से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्हें तुरंत राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने इस घटना के बाद 15 लोगों को हिरासत में लिया है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शनकारी सी हेक्सागन क्षेत्र में लगे बैरिकेड्स को जबरन हटाने की कोशिश कर रहे थे। उन्हीं बैरिकेड्स के पीछे एम्बुलेंस और मेडिकल टीमें फंसी हुई थीं जिन्हें तत्काल रास्ता चाहिए था। पुलिस ने भीड़ से हटने की अपील की लेकिन प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठ गए और हालात बिगड़ते चले गए। स्थिति नियंत्रण से बाहर जाती देख पुलिस ने भीड़ को बलपूर्वक मौके से हटाया ताकि ट्रैफिक पूरी तरह थम ना जाए।

यह विरोध ठीक उस वक्त भड़का जब राजधानी की हवा सांस लेने लायक भी नहीं बची थी। रविवार को दिल्ली का औसत AQI 391 दर्ज हुआ था जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, शहर के 19 मॉनिटरिंग स्टेशनों ने हवा की गुणवत्ता को गंभीर’ बताया है। जबकि, बाकी 19 स्टेशनों ने AQI को 300 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है। लोगों का कहना था कि इतनी खतरनाक हवा में जीना मुश्किल होता जा रहा है लेकिन प्रशासनिक कदम अभी भी नाकाफी हैं।

सोमवार सुबह हालात और अधिक चिंताजनक हो गए। घने स्मॉग की चादर के बीच दिल्ली का औसत AQI 396 तक पहुंच गया। यानी दिल्ली की हवा स्वास्थ्य के लिए सीधे खतरा बन चुकी है। राजधानी के कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर 450 के आसपास दर्ज किया गया है। जहांगीरपुरी का AQI 452, गाजीपुर और आनंद विहार 441, बवाना 437, बुराड़ी 432, अलीपुर 412 और आईटीओ 410 तक पहुंच गया। द्वारका सेक्टर-8 भी गंभीर श्रेणी में रहा।

दिल्ली से बाहर भी हालात बेहतर नहीं है। नोएडा में AQI 413, गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में 432 और ग्रेटर नोएडा में 399 रिकॉर्ड हुआ जो खतरनाक स्तर के बिल्कुल करीब है। इन चिंताजनक परिस्थितियों में लोग मास्क, एयर प्यूरीफायर और जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने जैसे उपायों पर निर्भर हो चुके हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि सुस्त हवाएं, कम तापमान, धुंध, और स्थानीय उत्सर्जन मिलकर इस संकट को और गहरा रहे हैं। जब तक हवा की रफ्तार नहीं बढ़ती और स्रोतों पर सख्ती नहीं होती, हालात में राहत मिलना मुश्किल है। वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, अगले तीन दिन भी दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी से बाहर आने की उम्मीद नहीं है।