नीमच में तस्कर बेखौफ, दर्जनभर पुलिसकर्मियों को बनाया बंधक, सात घंटे बाद अतिरिक्त फोर्स ने छुड़ाया
नीमच जिले के एक गांव में पुलिसकर्मियों को सात घंटे तक बंधक बनाए रखा गया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस की टीम पर पत्थरबाजी की। देर रात 11 बजे बजे अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचा तो टीम को छुड़ाया गया।

नीमच। मध्य प्रदेश में माफिया और तस्कर बेखौफ हैं। पुलिस की सुस्ती और कार्रवाई में लापरवाही के कारण उन्हें शासन-प्रशासन का कोई भय नहीं रहा। नीमच जिले के एक गांव से ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां डोडाचूरा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची पुलिस टीम को बंधक बना लिया गया। करीब सात घंटे तक दो गाड़ियों के साथ दर्जनभर पुलिसकर्मी बंधक बने रहे।
मामला जिले के मनासा थाना क्षेत्र के चौकड़ी गांव में बुधवार शाम का है। सूचना के बाद मौके पर रात 11 बजे पुलिस बल पहुंचा तो उन्हें छुड़ाया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें कुछ पुलिस कर्मियों को चोटें भी आई है। इस दौरान पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए आरोपी लोगों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
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पुलिस के अनुसार, सिंगोली थाना पुलिस ने सोमवार रात चौकड़ी गांव के नीलेश धाकड़ को 54.300 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ डोडाचूरा की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। इस मामले में आगे की जांच के लिए पुलिस की टीम 3 गाड़ियों से आरोपी के साथ गांव में पहुची। इस दौरान लौटते समय टीम को ग्रामीणों ने घेर लिया। हालांकि एक वाहन में आरोपी को बैठाकर कुछ पुलिसकर्मी निकल गए थे, लेकिन दो पुलिस वाहन और पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने झूठे मामले में फंसाया है। मादक पदार्थ तस्करी के मामले में गिरफ्तार युवक से पुलिस ने 30 किलो डोडाचूरा जब्त किया था, जबकि पुलिस ने एफआईआर में उसके पास से 53.300 किलो पदार्थ जब्त करने की बात कही है, जो गलत है। इसी बात को लेकर ग्रामीणों ने इस घटनाक्रम को अंजाम दिया।
फिलहाल, पुलिस ने दोनों वाहनों और पुलिसकर्मियों को छुड़ा लिया है। पथराव में घायल पुलिस कर्मियों का मनासा के अस्पताल में मेडिकल कराया गया है। पुलिस का कहना है कि पथराव कर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाएगा।