MP: मंडला एनकाउंटर पर गरमाई राजनीति, कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से किया वॉक आउट

कांग्रेस विधायकों का कहना है कि नक्सली बताकर एक निर्दोष बैगा आदिवासी की हत्या कर दी गई। सरकार इस फर्जी एनकाउंटर की जांच भी नहीं करा रही है।

Updated: Mar 17, 2025, 02:27 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज पांचवां दिन है। सोमवार को सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायकों ने मंडला में नक्सली एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए जांच की मांग की। विपक्षी विधायकों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की और बाद में उन्होंने सदन से वॉक आउट कर दिया।

वॉक आउट के बाद आदिवासी समुदाय के विधायकों ओमकार सिंह मरकाम, डॉ विक्रांत भूरिया, हीरालाल अलावा, कमलेश्वर डोडियार व अन्य ने परिसर में भी खूब नारेबाजी की। उनका कहना था कि नक्सली बताकर एक निर्दोष बैगा आदिवासी की हत्या कर दी गई। 

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विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि सरकार मंडला एनकाउंटर की जांच नहीं करा रही है। विधानसभा में अध्यक्ष ने भी हमारी मांग को अस्वीकार कर दिया। भाजपा सरकार के इस तानाशाही रवैये के विरोध के विरुद्ध हमने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है।

बता दें कि पुलिस ने कान्हा क्षेत्र में बीते हफ्ते एक नक्सली को मारने का दावा किया था। मृतक की पहचान खटिया नारंगी गांव के हीरन सिंह बैगा के रूप में हुई है। परिजनों ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगाए हैं। आदिवासी संगठनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर कमलेश तेकाम ने इसे ‘पुलिस की सुनियोजित साजिश’ करार दिया है। इस घटना के बाद राज्य में सियासत गर्म हो गई है।

उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सोमवार विधानसभा पहुंचे। यहां मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने मऊगंज में एएसआई की हत्या और इंदौर में वकील-पुलिस झड़प पर कहा कि मध्य प्रदेश कानून अव्यवस्था की राजधानी बन चुका है। भ्रष्टाचार की राजधानी बन चुका है। पूरा देश मध्य प्रदेश की ओर देख रहा है।

वहीं, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल भोपाल में लोकायुक्त से मिलने पहुंचा है। ये लोकायुक्त को परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा घोटाले के सबूत सौंपेगा। लोकायुक्त से मामले की जांच में तेजी लाने की मांग की जाएगी।