भोपाल में सब इंजिनियर्स और MBBS छात्रों ने मांगी भीख, शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का लिया संकल्प

सब इंजिनियर्स की मांग है कि उनके भर्ती को जल्द से जल्द मेरिट लिस्ट रिवाइज कर पूर्ण करें। वहीं एमबीबीएस छात्रों की मांग है कि उन्हें मिलने वाली स्कॉलरशिप में कटौती को बंद करें।

Updated: Aug 04, 2023, 08:35 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार चौतरफा घिरी हुई है। छात्र, नौजवान, किसान, वकील, डॉक्टर, नर्स से लेकर सफाईकर्मियों तक ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसी क्रम में शुक्रवार को राजधानी भोपाल में सब इंजिनियर्स और MBBS छात्रों का बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प भी लिया।

भोपाल में हो रही तेज बारिश के बीच शुक्रवार सुबह हाथ में कटोरे लेकर सैंकड़ों सब इंजीनियर और MBBS छात्र रोशनपुरा चौराहे पहुंचे और भीख मांगकर राज्य सरकार की नीतियों का विरोध किया। सब इंजिनियर्स की मांग है कि उनके भर्ती को जल्द से जल्द मेरिट लिस्ट रिवाइज कर पूर्ण करें। वहीं एमबीबीएस छात्रों की मांग है कि उन्हें मिलने वाली स्कॉलरशिप में कटौती को बंद करें। 

युवा हल्ला बोल के बैनर तले ये युवा प्रदर्शन कर रहे थे। युवा हल्ला बोल के प्रदेश अध्यक्ष अरुणोदय सिंह परमार ने कहा कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की सालाना फीस लगभग 11-12 लाख रुपए है। जिसमें प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत की कटौती होने के कारण एक छात्र को प्रतिवर्ष 1.5 से 2 लाख रुपए का आर्थिक बोझ झेलना पड़ रहा है। अगर छात्रों की मांगे नहीं मानी गईं तो आने वाले चुनाव में हम सरकार का बहिष्कार करेंगे।

अरुणोदय सिंह ने कहा कि इन छात्रों का प्रवेश ही इस आधार पर हुआ था कि इनके परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपए से कम हो। इनके लिए प्रतिवर्ष 2 लाख की राशि जुटाना काफी मुश्किल है। सरकार नौकरी देना तो दूर की बात, वो निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया, घोटाले मुक्त भर्ती प्रक्रिया और पूरी स्कॉलरशिप तक इस प्रदेश के युवाओं को नहीं दे पा रहे है। अब अगर युवा विरोध ना करें तो क्या करें। उन्होंने बताया कि 2019, 2020 और 2021 बैच के छात्रों की छात्रवृत्ति में प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत की कटौती डेवलपमेंट चार्ज के रूप में की जा रही है जबकि प्रवेश के समय पूर्ण छात्रवृत्ति मिलने का लिखित आश्वासन छात्रों को दिया गया था।

इस दौरान चयनित सब इंजीनियरिंग अभ्यर्थियों ने कहा कि 31 विभाग में से लगभग 20 विभागों ने सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी है। कुछ विभागों ने 13℅ OBC अभ्यर्थियों को होल्ड कर दिया है। हमे होल्ड किए जाने से मेरिट प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया, जिससे एक ही वर्ग (ओबीसी) के कम नंबर वाले लोगों की नियुक्ति हो गई और अधिक नंबर वाले होल्ड हो गए, एक ही परीक्षा में ऐसा अन्यायपूर्ण व्यवहार प्रशासन और विभाग द्वारा हमारे साथ किया गया है।