शहडोल में 9 साल की बच्ची को उठा ले गया बाघ, आदमखोर के डर के साये में जी रहे ग्रामीण

पूनम अपनी दादी और बहनों के साथ खेत पर थी कि तभी बाघ आकर उसे उठा ले जाने लगा। मौके पर मौजूद सभी जोर-जोर से मदद के लिए चिल्‍लाने लगे बावजूद बाघ की पकड़ ढीली नहीं हुई।

Updated: Nov 10, 2022, 05:38 AM IST

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में बाघ के हमले से नौ साल की बच्ची की मौत हो गई। खेत में काम कर रहे दादी और बहनों के सामने ही बाघ बच्ची को उठा ले गया। बाद ने बच्ची का शव जंगल से बरामद किया गया।

घटना जयसिहंनगर वन परिक्षेत्र करकी सर्किल के घियार बीट अन्तर्गत कक्ष क्रमांक P-341 की है। यहां बाघ के हमले में 9 वर्षीय बच्ची पूनम सिंह की मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीण दहशत में हैं।

बताया जा रहा है कि खेत में फसल काट रहीं दादी व बहनों के सामने से बच्ची को बाघ उठा ले गया। मौके पर मौजूद ग्रामीण मदद के लिए चीख-पुकार करने लगे, तो बाघ बच्ची को जंगल में छोड़कर भाग खड़ा हुआ।

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इस हमले में बच्ची की हालत ज्यादा गंभीर हो जाने की वजह से उसकी मौत हो गई। मंगलवार देर शाम को हुई इस घटना के बाद से ग्रामीण दहशत में हैं क्‍योंकि घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही बाघ की चहलकदमी बताई जा रही थी। जानकारी मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा। 

दरअसल, यह क्षेत्र बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है, जिसके कारण यहां बाघों का आना-जाना बना रहता है। ग्रामीणों के मुताबिक चार से पांच बाघ आसपास के इलाके में बने हुए हैं। बावजूद वन अमले ने उन्हें बाघों की मूवमेंट संबंधी कोई जानकारी नहीं दी। 

ग्रामीणों ने बताया कि बीते कुछ समय से लगातार गांव के पास बाघ दिखाई दे रहे हैं, जिससे जय सिंह नगर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव में दहशत की स्थिति बनी हुई है। इसके पहले तक हाथियों का डर था और अब बाघ भी घूमने लगे हैं जिस कारण हम अपने घरों में भी सुकून से नहीं रह पा रहे हैं। हमें इस बात का डर बना रहता है कि कभी भी हाथी या बाघ नुकसान पहुंचा सकते हैं।