विदिशा में युवती की आत्महत्या के बाद भड़की हिंसा, भीड़ ने घर-वाहन फूंके, पूरा गांव छावनी में तब्दील

विदिशा में एक महिला की आत्महत्या के बाद तनाव फैल गया। पहले इस घटना का विरोध कर रहे लोग, बाद में हिंसक हो गए। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय की संपत्तियों पर हमले किए।

Updated: Mar 20, 2025, 02:09 PM IST

विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में एक युवती की खुदकुशी के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया।घटना गंजबासौदा से करीब 25 किलोमीटर दूर कुरवाई के उमरछा गांव का है। ग्रामीण युवती की आत्महत्या को लेकर आरोपी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। 

घटना के बाद पहले युवती के परिजनों ने सड़क पर चक्काजाम कर विरोध जताया और इसके बाद गुस्साई भीड़ ने आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया। माहौल तनावपूर्ण होता देख पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। 

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बताया जा रहा है कि मृतक के परिजन आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि उसी गांव के आरोपी ने युवती के साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस ने आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन युवती की आत्महत्या के बाद गांव में हालात बेकाबू हो गए।

आक्रोशित भीड़ ने घरों में आग लगा दी, मोटरसाइकिल और कारों को भी आग के हवाले कर दिया गया। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और भारी पुलिस बल को गांव में तैनात कर दिया गया है। फिलहाल पूरा गाँव छावनी में तब्दील हो चुका है।

कुरवाई एसडीओपी अनूप सिंह नैन ने बताया कि मंगलवार को गांव की रहने वाली 20 वर्षीय भाग्यश्री विश्वकर्मा का शव फंदे पर लटका मिला था। घटना के समय घर पर कोई नहीं था। कुछ देर बाद युवती का भाई लकी विश्वकर्मा घर आया, तो अंदर से गांव का ही रहने वाला मुबारिक खान भागता दिखा। लकी ने अंदर जाकर देखा, तो बहन फंदे पर लटकी दिखी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी।