SIR पर चर्चा की मांग पर अड़ा विपक्ष, लोकसभा-राज्यसभा में जोरदार प्रदर्शन, सांसद वेल में पहुंचे
हंगामे के चलते लोकसभा की कार्रवाई 3 दिसंबर सुबह 11 तक के लिए स्थगित कर दी गई है। स्पीकर ओम बिड़ला ने गतिरोध खत्म करने के लिए दोपहर 3 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक स्पीकर के चैंबर में होगी।
नई दिल्ली। SIR को लेकर संसद के बाहर और अंदर विपक्ष का प्रदर्शन हो रहा है। शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। विपक्ष की तरफ से SIR पर चर्चा की मांग की जा रही है। संसद के दोनों सदनों में गतिरोध जारी है। लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही सभी विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ सांसद वेल तक पहुंच गए। स्पीकर ने इस दौरान प्रश्नकाल को जारी रखा, लेकिन विपक्ष लगातार 20 मिनट तक 'वोट चोर- गद्दी छोड़' के नारे लगाता रहा।
इसके बाद कार्यवाही पहले 12 बजे फिर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। उधर, राज्यसभा में भी विपक्ष का प्रदर्शन और नारेबाजी जारी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'लोकतंत्र की रक्षा के लिए विरोध-प्रदर्शन जरूरी है।' इससे पहले विपक्ष ने सुबह 10: 30 बजे संसद परिसर में मकर द्वार के सामने लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन किया। इनकी मांग है कि सरकार SIR इस पर फौरन चर्चा करे।
लगातार हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही 3 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सत्र के पहले दिन (1 दिसंबर) दोनों सदनों में SIR और वोट चोरी के आरोप के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा किया था। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में बताया था कि सरकार SIR और चुनावी सुधारों पर चर्चा के लिए तैयार है। विपक्ष से अपील कि वह इस पर कोई समय सीमा न थोपें।
सूत्रों के मुताबिक विपक्ष ने तर्क रखा है कि चर्चा में एसआईआर शब्द की जगह सरकार चाहे तो इलेक्टोरल रिफॉर्म या किसी अन्य नाम का उपयोग करते हुए विषय को कार्यवाही में सूचीबद्ध कर ले। सरकार इस तर्क पर राजी हो सकती है। वह इस पर अपना रुख बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में रखेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर सरकार सदन में वंदे मातरम् पर 10 घंटे चर्चा करा सकती है। यह बहस गुरुवार-शुक्रवार को हो सकती है। पीएम मोदी खुद इसमें हिस्सा ले सकते हैं। 30 सितंबर को राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सत्तारूढ़ दल के कई सदस्यों ने इस चर्चा का प्रस्ताव रखा था। अब तक ऑफिशियल बयान नहीं आया है।




