व्यापारी के बैंक लॉकर से मिला 1000 साल पुराना पन्ना शिवलिंग, 500 करोड़ है कीमत

तमिलनाडु के तंजावुर में मिले प्राचीन पन्ना लिंगम का वजन 530 ग्राम और ऊंचाई करीब 8 सेमी है, इसके धर्मपुरम मठ प्रमुख से संबंधित होने की बात कही जा रही है

Updated: Jan 03, 2022, 12:10 PM IST

Photo Courtesy: news nation
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तंजावुर। तमिलनाडु के तंजावुर में शुक्रवार को एक बुजुर्ग कारोबारी के बैंक लॉकर से प्राचीन पन्ना शिवलिंग मिला है। इस पन्ना लिंगम का वजन 530 ग्राम है। जिसकी कीमत करीब 500 करोड़ रुपए आंकी गई है। इसकी ऊंचाई 8 सेंटीमीटर हैं। इसके धर्मपुरम अधीनम (मठ प्रमुख) जैसे संरक्षकों से जुड़े होने की पुष्टि की गई है। इसे पन्ना लिंगम को मरघट लिंगम भी कहा जाता है। माना जा रहा है कि यह साल 2016 में नागपट्टिनम के पास स्थित थिरुक्कुवलई के पुराने थ्यागराज स्वामी मंदिर से गायब हुआ था। जिसे व्यापारी के बैंक लॉकर से बरामद किया गया है।

यह एमरेल्ड शिवलिंग करीब 1000 साल पुराना है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की है। पुलिस को खबर मिली थी कि तंजावुर के अरुलानंद इलाके में साम्यपन नाम के व्यापारी के पास कीमती प्राचीन मूर्तियां रखी है। जिसके बाद पूरी योजना बनाकर पुलिस ने 30 दिसंबर को साम्यपन के घर छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पन्ना लिंगम बरामद किया। साम्यपन के पास इससे जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस ने इस बेशकीमती पन्ना लिंगम को जब्त कर लिया है। अब इसके साइंटिफिक एनालिसिस से यह पता लगाया जा रहा है कि यह किस मंदिर का है। दरअसल पुलिस को शक है कि साल 2016 में नागपट्टिनम के पास थिरुक्कुवलाई में पुराने त्यागराज स्वामी मंदिर से तो इसे नहीं चुराया गया था। यह तंजावुर के साम्यपन को कैसे मिला। आशंका जताई जा रही है कि इसकी काला बाजारी करने की योजना थी। वहीं पुलिस इससे जुड़े गिरोह का भी पता लगाने में जुटी है।

जानकारों की मानें तो तंजावुर प्राचीन चोल साम्राज्य की राजधानी था। यहां शहर के चारों ओर कीमती पन्ना लिंगम थिरुवरुर, वेदारण्यम, थिरुकुवलाई, थिरुक्करवासल, थिरुनल्लर, नागपट्टिनम और थिरुवईमुर में सात शिव मंदिरों में पाए जाते हैं। इन पन्ना लिंगम का बड़ा महत्व होता है।