दिल्ली में दो स्कूल और तीन अदालतों को बम से उड़ाने की धमकी, खाली कराया गया इलाका

दिल्ली की साकेत, पटियाला हाउस और द्वारका अदालतों को जैश-ए-मोहम्मद के नाम से बम धमकी वाला मेल मिला। जबकि दो CRPF स्कूलों को भी फोन पर धमकी दी गई। सभी जगहों को खाली कराया गया और बम स्क्वॉड ने तलाशी की लेकिन कुछ नहीं मिला।

Updated: Nov 18, 2025, 02:12 PM IST

Photo Courtesy: NDTV
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नई दिल्ली। मंगलवार सुबह दिल्ली अचानक हाई अलर्ट पर आ गई जब राजधानी की तीन बड़ी जिला अदालतों, साकेत कोर्ट, पटियाला हाउस कोर्ट और द्वारका कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी वाला एक ईमेल प्राप्त हुआ। धमकी का मेल कथित रूप से जैश-ए-मोहम्मद के नाम से भेजा गया जिसके बाद पुलिस ने सभी कोर्ट परिसरों को तुरंत खाली कराया और बम स्क्वॉड की टीमों को पूरे कैंपस की जांच में लगा दिया।

सुबह ठीक 11 बजे के आसपास धमकी भरा मेल कोर्ट प्रशासन के पास पहुंचा। मेल की टाइमिंग ने पूरे मामले को और संवेदनशील बना दिया क्योंकि इसी दिन पटियाला हाउस कोर्ट में NIA को लाल किला कार ब्लास्ट केस के आरोपी जसीर बिलाल उर्फ दानिश को पेश करना था। आरोपी की पेशी से ठीक पहले धमकी आने पर सुरक्षा एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो गईं। अदालतों के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती की गई जबकि कोर्ट परिसर को सुरक्षा घेरों में बंद कर दिया गया।

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पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किए जाने वाले आरोपी जसीर बिलाल के बारे में बताया जा रहा है कि वह लाल किला कार ब्लास्ट में मारे गए आतंकी डॉ. उमर का नजदीकी था। उसके पेशी के लिए कोर्ट परिसर में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई थी। NIA ने सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर कोर्ट की सुरक्षा को बढ़ाया था। धमकी मिलने के बाद अदालत का काम कुछ समय के लिए रोका गया और बाद में स्थिति नियंत्रित होने पर कार्यवाही शुरू की गई।

साकेत कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव धीर सिंह कसाना ने बताया कि सुरक्षा कारणों से अदालत की कार्यवाही लगभग दो घंटे के लिए स्थगित की गई थी। हालांकि, लंच के बाद सुनवाई शुरू हो गई। वहीं, नई दिल्ली बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नवनीत पंवार के अनुसार पटियाला हाउस में केवल थोड़ी देर के लिए गतिविधि रोकी गई थी और बाद में कोर्ट सामान्य रूप से चलने लगी।

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इस घटना से पहले सुबह करीब 9 बजे पुशांत विहार और द्वारका स्थित सीआरपीएफ के दो स्कूलों को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर दावा किया कि स्कूल परिसर में विस्फोटक रखा गया है। जानकारी मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और बम निरोधक दस्ते मौके पर पहुंचे तथा एहतियात के तौर पर दोनों स्कूलों को तुरंत खाली करा लिया गया। पुलिस के अनुसार, धमकी देने वाले व्यक्ति का मोबाइल फोन घटना के तुरंत बाद बंद मिला और उसकी पहचान का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

फायर ब्रिगेड अधिकारियों के अनुसार दोनों स्कूलों की पूरी तलाशी ली गई लेकिन कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। अधिकारियों ने इसे फिलहाल अफवाह बताया है। हालांकि, पुलिस ने इसे गंभीर सुरक्षा खतरे की श्रेणी में रखते हुए जांच जारी रखी है। अदालतों में भी तलाशी के दौरान कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली लेकिन ईमेल और फोन कॉल दोनों की उत्पत्ति को ट्रेस करने का काम तेज कर दिया गया है।

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धमकी के पीछे असली उद्देश्य और प्रेषक की पहचान का पता लगाने के लिए साइबर सेल ईमेल सोर्स की जांच कर रही है। स्कूलों को धमकी देने वाले कॉलर का फोन बंद होने से जांच और मुश्किल हो गई है। पुलिस का कहना है कि दोनों घटनाएं एक-दूसरे से जुड़ी हैं या नहीं यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को किसी भी खतरे को हल्के में न लेने के निर्देश दिए गए हैं।