कांग्रेस का देशव्यापी संकल्प सत्याग्रह आज, दिल्ली में राजघाट पर खड़गे और प्रियंका देंगे धरना

हम बापू के शिष्य हैं और उन्होंने हमें सत्य के लिए लड़ने की प्रेरणा दी है। हम लोकतंत्र पर बीजेपी के हमले का डटकर मुकाबला करेंगे: केसी वेणुगोपाल

Updated: Mar 26, 2023, 10:39 AM IST

नई दिल्ली। देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर मंडराते खतरे और राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस आज देशभर में संकल्प सत्याग्रह करेगी। इसके तहत देश भर के जिला मुख्यालयों और राज्यों की राजधानी में कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठेंगे। वहीं दिल्ली में बापू की समाधि राजघाट पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी जाएंगे।

इसके साथ ही सोमवार से देशभर में आंदोलन चलाने की भी रूपरेखा तैयार की गई है। पार्टी की तरफ से सभी प्रदेश इकाइयों को रविवार को जिला मुख्यालयों पर गांधी प्रतिमा के सामने सुबह 10 से शाम 5 बजे सत्याग्रह करने को कहा गया है। पार्टी की तरफ से फिलहाल आंदोलन को धार देने की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव प्रियंका गांधी ने संभाली है। दोनों राजघाट के धरने में शामिल होंगे।

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बीती शाम सत्याग्रह के बारे में ट्वीट पर कहा कि, "हम बापू के शिष्य हैं और उन्होंने हमें सत्य के लिए लड़ने की प्रेरणा दी है। हम लोकतंत्र पर बीजेपी के हमले का डटकर मुकाबला करेंगे।"

बता दें कि राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। इस बाबत जारी अधिसूचना में सूरत कोर्ट के उस फैसले को आधार बताया गया है जिसमें राहुल गांधी को अवमानना के एक मामले में दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई गई है। इसके बाद राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वे इस सवाल को उठा रहे हैं कि गौतम अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपए का निवेश आखिर किसने किया है। उन्होंने कहा कि वे इस सवाल को लगातार उठाते रहेंगे।

यह भी पढ़ें: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज भोपाल प्रवास पर, नए BJP कार्यालय का करेंगे भूमिपूजन

राहुल गांधी के मामले पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि ये सिर्फ एक कानूनी मुद्दा नहीं है, ये एक बहुत गंभीर राजनीतिक मुद्दा भी है, जो हमारे लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा हुआ है। ये मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति, धमकी की राजनीति, डराने की राजनीति और उत्पीड़न की राजनीति की एक बड़ी मिसाल है। इसको हम कानूनी तरीके से भी लड़ेंगे। जो कानून हमें अधिकार देता है, उन अधिकारों का इस्तेमाल हम करेंगे, पर ये एक राजनीतिक मुकाबला भी है, इसका हम सीधा मुकाबला करेंगे।