मनरेगा मजदूरों का मेहनताना मात्र 7 रुपए बढ़ा, राहुल गांधी बोले- INDIA गठबंधन की सरकार 400 रुपए करेगी

मनरेगा मजदूरों का मेहनताना बढ़ोतरी पर राहुल गांधी का कटाक्ष, कहा- प्रधानमंत्री ने आपका मेहनताना 7 रू बढ़ा दिया है। अब शायद वह आपसे पूछें ‘क्या कीजिएगा आप इतनी बड़ी धनराशि का?’

Updated: Mar 28, 2024, 04:26 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले देशभर में व्याप्त जनाक्रोश को कम करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। इसी क्रम में सरकार ने मनरेगा मजदूरों को लॉलीपॉप देने की कोशिश की है। उनकी मेहनताना में 7 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। बढ़ोतरी के नाम पर मजदूरों के साथ किए गए इस मजाक पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कटाक्ष किया है।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'मनरेगा श्रमिकों को बधाई। प्रधानमंत्री ने आपका मेहनताना 7 रू बढ़ा दिया है। अब शायद वह आपसे पूछें ‘क्या कीजिएगा आप इतनी बड़ी धनराशि का?' और 700 करोड़ खर्च कर आपके नाम पर ‘धन्यवाद मोदी’ का अभियान भी शुरू कर दें। जो मोदी जी की इस अपार उदारता से नाराज़ हैं, वो याद रखें - INDIA की सरकार पहले दिन हर मज़दूर का मेहनताना बढ़ाकर ₹400 प्रतिदिन करने वाली है।'

मनरेगा प्रोग्राम की शुरुआत साल 2005 में तत्कालीन कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा की गई थी। ये रोजगार गारंटी योजना है और इसके तहत सरकार ने एक न्यूनतम वेतन तय करती है, जिस पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को काम पर रखा जाता है। इसमें तालाब, गड्ढे खोदने से नालियां बनाने तक के काम शामिल होते हैं। इसमें सालभर में 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी जाती है। 2014 में भाजपा की सरकार आने के बाद महंगाई में तो वृद्धि हुई लेकिन मनरेगा मजदूरों का मेहनताना वही रहा। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि दिल्ली में सरकार बनते ही इसे बढ़ाकर 400 रुपए प्रतिदिन किया जाएगा।