कूनो से ग्वालियर पहुंची मादा चीता वीरा, भंवरपुरा के गांव में बकरियों को बनाया शिकार, ग्रामीणों में दहशत

चीता वीरा ग्वालियर-मुरैना की सीमा पर बसे भंवरपुरा के बाग वाला गांव पहुंच गई है। शनिवार को चीता ने तीन बकरियों का शिकार किया। एक बकरी को जंगल में खींचकर ले गई।

Updated: May 19, 2024, 07:15 PM IST

श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क के जंगल चीतों के लिए छोटे पड़ रहे हैं। यही कारण है कि चीते लगातार जंगल से बाहर आ जा रहे हैं। इसी क्रम में मादा चीता वीरा कूनो की सीमा से बाहर निकलकर ग्वालियर आ गई है। चीता वीरा ग्वालियर-मुरैना की सीमा पर बसे भंवरपुरा के बाग वाला गांव पहुंच गई है। शनिवार को उसने एक नहीं बल्कि तीन बकरियों का शिकार किया। एक बकरी को जंगल में खींचकर ले गई।

बताया जा रहा है कि जब चरवाहे धर्मवीर गुर्जर की नजर चीता पर पड़ी तो वह से वहां से फ़ाैरन भागा और सरपंच शिव सिंह गुर्जर को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। यहां खेत की मेढ़ पर पेड़ की छांव में चीता वीरा बकरी को खाती नजर आई। वहीं पास में दो बकरियां घायल पड़ी थी।

गांव में चीता के आने से लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीण घर से अकेले नहीं निकल रहे हैं। वे झुंड में ही खेतों की ओर जा रहे हैं। सूचना मिलने के बाद वन विभाग भी अलर्ट हो गया है। चीता को पकड़ने के लिए टीमें लगा दी गई हैं। खेतों पर मवेशी भी होते हैं। उनकी रक्षा के लिए गांव वाले डंडे लेकर पहरा दे रहे हैं, क्योंकि आचार संहिता के चलते गांव के सभी लाइसेंसी हथियार भी थानों में जमा हैं।