कटौती : राष्ट्रपति नहीं खरीदेंगे विदेशी लक्जरी कार
राष्ट्रपति भवन के खर्चें कम कर बचे हुए पैसे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दिए जाएंगे।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना संकट के मद्देनजर कई फैसले लिए हैं। राष्ट्रपति एक साल तक अपने वेतन का 30 प्रतिशत हिस्सा दान करेंगे । राष्ट्रपति ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ मुहिम का समर्थन किया है। राष्ट्रपति भवन के खर्चे कम करने का भी फैसला लिया है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिये राष्ट्रपति की घरेलू यात्रा और दूसरे अन्य कार्यक्रमों में कटौती की जाएगी। राष्ट्रपति भवन में होने वाले एट होम और राजकीय आयोजन में भी अतिथियों की लिस्ट को छोटा रखने और इसमें खाद्य सामग्री, फूलों और साज सज्जा की वस्तुओं को भी कम किया जायेगा। राष्ट्रपति ने लिमोजिन कार की खरीद को भी टाल दिया है।
राष्ट्रपति भवन में खर्चे कम करने के लिए वित्त वर्ष 2020-21 में कोई नया पूंजीगत काम नहीं होगा, केवल पहले से चल रहे कामों को ही पूरा किया जाएगा, मरम्मत और रखरखाव का काम केवल संपत्ति के उचित रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए ही होगा। राष्ट्रपति भवन फिजूलखर्ची से बचने और कार्यालय को इको फ्रेंडली बनाने के लिए कागज के उपयोग में कटौती कर के ई-तकनीक का उपयोग करेगा। साथ ही ऊर्जा और ईंधन की बचत के प्रयास भी जाएंगे।
Rashtrapati Bhavan to support ‘Self-Reliant India’ movement through greater flow of resources towards COVID-19. The Rashtrapati Bhavan will undertake several measures to reduce its expenditure.
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 14, 2020
Details: https://t.co/0nVLkZPVD9 #AatmanirbharBharat
राष्ट्रपति भवन अपने संसाधनों के इस्तेमाल में कटौती करेगा और कोविड-19 को लेकर मदद करने में अपना योगदान देगा। राष्ट्रपति ने खर्च को कम करने, संसाधनों का बचाकर उपयोग करने, कोविड-19 का मुकाबला और लोगों की आर्थिक दुर्दशा को कम करने के लिए निर्देश दिए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों से खर्चें कम करने और बचे हुए पैसे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में देने को कहा है।