देश का पहला प्राइवेट रॉकेट Vikram S लॉन्च, कैब बुक करने जितनी आसान होगी सेटेलाइट लॉन्चिंग
स्काईरूट एयरोस्पेस नाम के कंपनी ने बनाई थी यह रॉकेट, श्रीहरिकोटा से भरी उड़ान, दिवंगत वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है नाम।

श्रीहरिकोटा। देश का पहला प्राइवेट रॉकेट Vikram S लॉन्च हो गया है। प्राइवेट स्पेस कंपनी “स्काईरूट” ने शुक्रवार को सुबह 11.30 बजे श्रीहरिकोटा से इसे लॉन्च किया। यह देश के अंतरिक्ष उद्योग में निजी क्षेत्र का l प्रवेश है
रिपोर्ट्स के मुताबिक ये रॉकेट आवाज की गति से पांच गुना ज्यादा स्पीड से अंतरिक्ष की ओर गया। 81.5 किमी की ऊंचाई पर तीन पेलोड सफलता से इजेक्ट किए। लॉन्चिंग के साथ ही इसे बनाने वाले 4 साल पुराने स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस के नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई है। कंपनी का कहना है कि इससे सैटेलाइट लॉन्चिंग कैब बुक करने जितनी आसान हो जाएगी।
“We made history today by launching India’s first private rocket. It is a symbol of new India, and just the #Prarambh of a great future.” Pawan Kumar Chandana, Co-Founder Skyroot Aerospace. Keep watching https://t.co/p2DOuRFiIA#Prarambh #OpeningSpaceForAll
— Skyroot Aerospace (@SkyrootA) November 18, 2022
स्काईरूट एयरोस्पेस ने दो सालों में विक्रम-एस रॉकेट को विकसित किया है। कंपनी के लिए यह लॉन्च बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन 80 प्रतिशत तकनीकों को मान्यता दिलाने में मदद करेगा, जिनका उपयोग विक्रम-1 कक्षीय वाहन में किया जाएगा, जिसे अगले साल लॉन्च किया जाना है। विक्रम-एस का प्रक्षेपण सब-ऑर्बिटल में किया गया। इसका मतलब यह है कि यान बाहरी अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद पृथ्वी के चारों ओर ऑर्बिट में नहीं रहेगा। वहीं, विक्रम-1 एक बड़ा यान होगा, जो ऑर्बिटल की उड़ान भरेगा।
स्काईरूट ने रॉकेटों की इस विक्रम श्रृंखला का नाम भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के संस्थापक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा है। ये रॉकेट दुनिया के कुछ लॉन्च वाहनों में से हैं, जिन्हें कार्बन कंपोजिट का उपयोग करके बनाया गया है। वाहन में स्पिन स्टेबिलिटी के लिए इस्तेमाल होने वाले थ्रस्टर्स को 3डी प्रिंटेड किया गया है। स्काईरूट कंपनी 2018 में शुरू की गई थी।