महाकाल मंदिर को इस साल 1 अरब 65 करोड़ का दान, दर्शन करने वालों की संख्या में भी जबरदस्त वृद्धि

उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर को इस साल 1 जनवरी 2024 से 13 दिसंबर 2024 तक भक्तों से रिकॉर्ड 1 अरब 65 करोड़ रुपए का दान प्राप्त हुआ है।

Updated: Dec 19, 2024, 04:37 PM IST

उज्जैन| विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर को इस साल 1 जनवरी 2024 से 13 दिसंबर 2024 तक भक्तों से रिकॉर्ड 1 अरब 65 करोड़ रुपए का दान प्राप्त हुआ है। मंदिर समिति के अनुसार, इस आय में नकद राशि के साथ-साथ 399 किलो चांदी और 1533 ग्राम सोना शामिल है। महाकाल लोक के निर्माण के बाद से मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिसके चलते दान की राशि भी कई गुना बढ़ गई है। वर्तमान में, प्रतिदिन लगभग 1 से डेढ़ लाख श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंच रहे हैं।

मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि इस वर्ष लड्डू प्रसाद की बिक्री से 53.50 करोड़ रुपए की आय हुई है। लड्डू शुद्ध घी से बनाए जाते हैं और श्रद्धालु इन्हें बड़े उत्साह से खरीदते हैं। इसके अलावा, शीघ्र दर्शन, भस्म आरती, अभिषेक और धर्मशाला बुकिंग से भी मंदिर को अच्छी आय हुई है। हालांकि, गर्भगृह में आम प्रवेश बंद होने के कारण इस साल आय में कुछ कमी देखी गई। पिछले साल केवल चार महीनों में गर्भगृह दर्शन से 9.45 करोड़ रुपए की आय हुई थी, लेकिन इस वर्ष यह सुविधा बंद होने के कारण आय प्रभावित हुई।

मंदिर समिति ने बताया कि भेंट पेटियों से 43.85 करोड़, शीघ्र दर्शन से 48.99 करोड़, अन्नक्षेत्र से 12.32 करोड़ और धर्मशाला बुकिंग से 5.90 करोड़ रुपए की आय हुई। इसके अलावा, अन्य स्रोतों से 23.96 करोड़ रुपए का योगदान प्राप्त हुआ। इस वर्ष की आय पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक है।

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मंदिर समिति ने दानदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनके लिए एक विशेष सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई है। इस सम्मेलन में दानदाताओं के लिए नई सुविधाओं और दान को प्रोत्साहित करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। समिति ने यह भी कहा कि दान से प्राप्त धनराशि का उपयोग भक्तों की सुविधाएं बढ़ाने और मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए किया जाएगा।