लोकतंत्र पर हमला हुआ और चुनाव को तमाशा बना दिया गया: त्रिपुरा चुनाव नतीजों पर बोले पूर्व सीएम माणिक सरकार

लेफ्ट नेता ने कहा कि नतीजा कुछ और है। एक बात तो साफ है कि 60 फीसदी मतदाताओं ने बीजेपी को वोट नहीं दिया। प्रधानमंत्री से इस बारे में पूछना चाहिए।

Updated: Mar 07, 2023, 10:56 AM IST

अगरतला। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (CPI-M) के नेता और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। माणिक सरकार ने त्रिपुरा चुनाव नतीजों को लेकर कहा कि यहां लोकतंत्र पर हमला किया गया और चुनाव को तमाशा बना दिया गया। उन्होंने विपक्षी वोटों के विभाजन के लिए टीएमसी पर भी निशाना साधा है।

त्रिपुरा चुनाव नतीजों को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व सीएम ने कहा, "यह अप्रत्याशित है, क्योंकि सरकार का प्रदर्शन शून्य था, लोकतंत्र पर हमला किया गया और मतदाताओं के स्वतंत्र रूप से मताधिकार का प्रयोग करने का अधिकार छीन लिया गया। चुनावों को एक तमाशा में बदल दिया गया। संविधान का भी पालन नहीं हुआ।"

उन्होंने कहा, "चुनाव परिणाम अप्रत्याशित हैं। एक बात स्पष्ट है, 60 फीसदी मतदाताओं ने बीजेपी को वोट नहीं दिया। बीजेपी विरोधी वोट बंट गए। कई चीजें हुईं। लोग कहने लगे हैं कि बीजेपी को दोबारा सत्ता में लाने में किसने मदद की। यह बहुत स्पष्ट है, लेकिन मैं किसी पार्टी का नाम लेना पसंद नहीं करता।''

माणिक सरकार ने ममता बनर्ती की TMC पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, "मैं पूछना चाहता हूं कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में क्या कर रही हैं? टीएमसी वहां लोकतंत्र को नष्ट कर रही है। भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। टीएमसी नेताओं ने जो काम किया है उसे कौन नहीं जानता? त्रिपुरा में टीएमसी ने बीजेपी की मदद की है।"

माणिक सरकार ने आगे कहा कि चुनावों की वजह से एक राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया गया। इसी के साथ अल्पसंख्यकों को गंभीर मानसिक दबाव में रखा गया था। उन्होंने कहा, "यहां माताओं और बहनों के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। दूसरी ओर, आर्थिक स्थिति बहुत खराब है. कोई काम नहीं है, कोई आय नहीं है और बड़े पैमाने पर भुखमरी है।"