बेंगलुरु में विपक्षी दलों की महाबैठक, 26 दलों के नेताओं के मौजूद रहने की उम्‍मीद

बेंगलुरु में आज से होने वाली विपक्ष की बैठक में 26 विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं के दो दिवसीय विचार-मंथन सत्र में भाग लेने की उम्‍मीद है, जहां वे 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे।

Updated: Jul 17, 2023, 01:04 PM IST

बेंगलुरु। लोकसभा चुनाव-2024 से पहले महागठबंधन गठित करने की प्रक्रिया में जुटे विपक्षी दलों की बैठक आज बेंगलुरु में होने वाली है। इससे पहले विपक्षी कुनबे को बढ़ाने की कोशिश के तहत कांग्रेस ने दो और छोटी पार्टियों को इस बैठक का न्यौता भेजा है। कांग्रेस ने यूपी के अपना दल और तमिलनाडु की एक क्षेत्रीय पार्टी को भी बेंगलुरु की बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस महाबैठक में 26 दलों के शामिल होने की उम्मीद है।

साल 2024 के आम चुनावों से पहले एक होने के लिए हाथ-पांव मार रहे विपक्ष के लिए 17-18 जुलाई की ये तारीख काफी अहम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बैठक के लिए एजेंडा और मिनट टू मिनट कार्यक्रम भी तय किया गया है, ताकि इस बार विपक्षी एकता की दशा में कोई ठोस निर्णय लिया जा सके। पिछले महीने जून में पटना में नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक नीति तैयार होने के हिसाब से तो बेनतीजा रही थी और इस दौरान बैठक में शामिल हुए दलों के बीच किसी भी तरह की आम सहमति नहीं बन पाई थी। अब इस लिहाज से 17-18 जुलाई को होने वाली बैठक महत्वपूर्ण होने वाली है।

इस बैठक पर सबकी निगाहें इसलिए भी हैं, क्योंकि पहली और दूसरी बैठक की इस तारीख के बीच में महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा बदलाव हो चुका है। शरद पवार जो कि अब तक विपक्षी एकता में एक बड़े नेता के नजरिए से देखे जा रहे थे वह पारिवारिक टूट के साथ पार्टी बचाने की जद्दोजहद से जूझ रहे हैं। खबर है कि वह बेंगलुरु में आयोजित हो रही इस बैठक के डिनर कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। 

अब तक की जो जानकारियां सामने आई हैं, उसके मुताबिक विपक्ष के नेताओं की बैठक 6-8 बजे के बीच आयोजित की जाएगी। यह एक औपचारिक बैठक होगी और इसके बाद 8 बजे कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा सभी विपक्षी दलों के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया गया है। 18 जुलाई को सभी बैठकें सुबह 11 बजे शुरू होंगी और शाम 4 बजे तक चलेंगी। कांग्रेस पार्टी से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया और राहुल गांधी, और केसी वेणुगोपाल मौजूद रहेंगे।

बैठक का एजेंडा

1. 2024 के आम चुनावों के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की ड्रॉफ्टिंग और गठबंधन के लिए जरूरी कम्यूनिकेशन पॉइंट्स तैयार करने के लिए एक सबकमेटी स्थापित करना।
2. पार्टियों के सम्मेलनों, रैलियों और दो दलों के बीच विरोधाभासों को दूर करने के लिए एक सबकमेटी बनाना।
3. राज्य के आधार पर सीट साझा करने के मामले पर चर्चा करना।
4. ईवीएम के मुद्दे पर चर्चा करना और चुनाव आयोग के लिए सुधार सुझाव देना।
5. गठबंधन के लिए एक नाम सुझाव देना।
6. प्रस्तावित गठबंधन के लिए एक सामान्य सचिवालय की स्थापना करना।