मध्य प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव बनीं वीरा राणा, 30 साल बाद नारी शक्ति के पास प्रदेश की कमान

राज्य सरकार ने 48 दिन बाद प्रदेश की प्रभारी मुख्य सचिव व 1988 बैच की आईएएस वीरा राणा को मुख्य सचिव बना दिया। वहीं, IAS संजय बंदोपाध्‍याय को कर्मचारी चयन मंडल का अध्‍यक्ष बनाया गया है।

Updated: Jan 18, 2024, 11:39 AM IST

भोपाल। मध्‍य प्रदेश की वरिष्‍ठ आईएएस वीरा राणा को प्रदेश का मुख्‍य सचिव बनाया गया है। अभी तक वीरा राणा सिर्फ अतिरिक्‍त प्रभार पर थीं। हालांकि, 48 दिन प्रभार संभालने के बाद अब उन्हें मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया गया है। वह मध्य प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव बनीं हैं और 30 साल बाद किसी महिला को प्रदेश का कमान मिला है।

बुधवार की देर रात राज्य शासन की ओर से वीरा राणा के मुख्य सचिव के पद पर नियुक्ति संबंधी आदेश जारी कर दिया गया। दरअसल, विधानसभा चुनाव के समय नवंबर 2023 को तत्कालीन मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैस की दूसरी सेवावृद्धि की अवधि समाप्त हो गई थी। चुनाव की आचार संहिता प्रभावी होने के कारण आयोग की सहमति से प्रदेश में उपलब्ध वरिष्ठतम IAS अधिकारी वीरा राणा को मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।

बता दें कि प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव 1960 बैच की IAS अधिकारी निर्मला बुच थी, जिन्हें सुंदरलाल पटवा की सरकार में मुख्य सचिव बनाया गया था। अब 30 वर्ष क बाद 1988 बैच की IAS अफ़सर वीरा राणा को मुख्य सचिव के पद पर आसीन किया गया है। इसी साल मार्च महीने में वे रिटायर भी हो रही है। हालांकि, इस बात की संभावना जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए वीरा राणा को एक साल की सेवा वृद्धि मिल सकती है। वीरा राणा के रिटायरमेंट से पहले लोकसभा चुनाव घोषित हो सकते हैं।