मेरा घर... आपका घर है, अब दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के लिए की अपने घर की पेशकश
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 12, तुगलक लेन स्थित बंगले को खाली करने का नोटिस दिया गया है। अब राहुल गांधी को देशभर के लोग अपने घरों में रहने का ऑफर दे रहे हैं।

नई दिल्ली। लोकसभा की सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी को घर खाली करने का नोटिस भी दे दिया गया है। केंद्र ने राहुल गांधी से 22 अप्रैल तक 12 तुगलक लेन स्थित बंगला खाली करने को कहा है। ऐसे में अब राहुल गांधी को कई नेताओं द्वारा घर की पेशकश की जा रही है। पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसी पेशकश की थी और अब राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने उन्हें कहा कि आप मेरे घर में रह सकते हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम एवं सीनियर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, "राहुल गांधी जी आप जैसे उदार हृदय वाले लोगों के लिए तो पूरा देश ही परिवार है और "वसुधैवकुटुम्बकम्" की यही भावना हमारे देश का मूल चरित्र है। राहुल जी, मेरा घर... आपका घर है, मैं अपने घर में आपका स्वागत करता हूं और अपना सौभाग्य मानूंगा यदि आप मेरे घर में आकर रहेंगे।"
@RahulGandhi जी, आप जैसे उदार हृदय वाले लोगों के लिए तो पूरा देश ही परिवार है और "वसुधैवकुटुम्बकम्" की यही भावना हमारे देश का मूल चरित्र है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 29, 2023
राहुल जी, #MeraGharAapkaGhar है, मैं अपने घर में आपका स्वागत करता हूं और अपना सौभाग्य मानूंगा यदि आप मेरे घर में आकर रहेंगे। pic.twitter.com/053UyD2qY6
सूरत में एक मजिस्ट्रेट कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद ही राहुल गांधी को संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया। जबकि मामले में कोर्ट ने जमानत देते हुए राहुल गांधी को ऊपरी अदालत में अपील करने के लिए 30 दिन का समय भी दिया था। लोकसभा सचिवालय ने बिजली की गति से पहले राहुल गांधी की सदस्यता खत्म की और अब उन्हें 12 तुगलक लेन स्थित बंगला खाली करने को कहा गया है। राहुल ने इसके लिए भी सहर्ष स्वीकृति दे दी है।
राहुल गांधी ने 12, तुगलक लेन स्थित बंगले को खाली करने के संबंध में 27 मार्च, 2023 को मिले पत्र के लिए सचिवालय का आभार जताते हुए कहा, ‘‘पिछले चार कार्यकाल से लोकसभा सदस्य होने के नाते, यह जनता का जनादेश है, जिसके प्रति मैं यहां बिताये समय की सुखद स्मृतियों का ऋणी हूं।’’ नोटिस भेजने वाली लोकसभा सचिवालय की एमएस शाखा को लिखे पत्र में राहुल ने कहा कि अपने अधिकारों को सुरक्षित रखते हुए वह सचिवालय के पत्र में दिए गए विवरण का पालन करेंगे।