पीएम मोदी श्रेय लेने आते हैं, जिम्मेदारी क्यों नहीं लेते, पहलगाम हमले पर चर्चा के दौरान सदन में बोलीं प्रियंका गांधी

प्रियंका ने कहा कि अगर ऑपरेशन के दौरान हमारे लड़ाकू विमानों का नुकसान नहीं हुआ तो सदन में रक्षा मंत्री क्यों नहीं बता देते। इनके मन में जनता के लिए कोई जगह नहीं है।

Updated: Jul 29, 2025, 03:14 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी व अन्य नेताओं ने अपनी बात रखी। चर्चा की शुरुआत करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि जिन आतंकियों ने पहलगाम में बायसरन घाटी में हमारे 26 पर्यटकों को मारा, उन्हें सोमवार को ढेर कर दिया गया। इसके लिए ऑपरेशन महादेव चलाया। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि पीएम मोदी श्रेय लेने आते हैं लेकिन जिम्मेदारी लेने नहीं आते। 

प्रियंका गांधी ने अपनी भाषण के शुरुआत में कहा, 'मैं उन सभी जवानों को नमन करना चाहती हूं, जो हमारे देश के रेगिस्तानों में, घने जंगलों में, बर्फीली पहाड़ियों में... हमारे देश की रक्षा करते हैं। जो हर पल देश के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार रहते हैं। 1948 से लेकर अब तक- जब पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर पर हमला किया गया- हमारे देश की अखंडता की रक्षा करने में हमारे जवानों का बड़ा योगदान है। कल रक्षामंत्री जी ने 1 घंटे का भाषण दिया, जिसमें उन्होंने बहुत सारी बातें की, लेकिन एक बात छूट गई। 22 अप्रैल 2025 को जब 26 देशवासियों को खुलेआम मारा गया, तो ये हमला कैसे और क्यों हुआ?'

प्रियंका गांधी ने आगे कहा, 'मैं पूछना चाहती हूं कि देश के नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है? क्या इस देश के प्रधानमंत्री की नहीं है? क्या इस देश के गृह मंत्री की नहीं है? क्या इस देश के रक्षा मंत्री की नहीं है? क्या इस देश के NSA की नहीं है? सदन में मेरी मां के आंसुओं की बात की गई, मैं इसका जवाब देना चाहती हूं। मेरी मां के आंसू तब गिरे, जब उनके पति को आतंकवादियों ने शहीद किया, जब वे सिर्फ 44 साल की थीं। आज मैं इस सदन में खड़ी होकर उन 26 लोगों की बात इसलिए कर रही हूं, क्योंकि मैं उनका दर्द जानती हूं और उसे महसूस करती हूं।'

प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर ऑपरेशन के दौरान हमारे लड़ाकू विमानों का नुकसान नहीं हुआ तो सदन में रक्षा मंत्री क्यों नहीं बता देते। इनके मन में जनता के लिए कोई जगह नहीं है। सब पब्लिसिटी है। आप जनता को देख ही नहीं पा रहे। जो पहलगाम में हुआ, उससे हर देशवासी को चोट पहुंची है।

उन्होंने कहा, 'इस सदन में सभी के पास सुरक्षा व्यवस्था है। आप जहां जाएंगे, वहां सुरक्षा मिल जाएगी। पहलगाम में 26 परिवार उजड़ गए। 26 लोगों को परिवार के सामने मारा गया। 26 बेटे, भाई, पति गुजर गए। इनमें से 25 भारतीय थे। जितने भी लोग बायसरन में थे, उनके लिए कोई सुरक्षा नहीं थी। आपने उनको सुरक्षित नहीं किया।' 

उन्होंने कहा कि मैं एक बार उन 25 भारतीयों के नाम इस सदन में पढ़ना चाहती हूं कि हर सदस्य को एहसास हो कि वे भी इस देश के बेटे थे। उनके परिजन के प्रति हमारी जवाबदेही बनती है। प्रियंका जब 25 नाम पढ़ रही थीं, कांग्रेस सांसद भारतीय-भारतीय के नारे लगा रहे थे।