राहुल गांधी ने बेगूसराय में तालाब में लगाई छलांग, मछुआरों के साथ मिलकर जाल से मछलियां पकड़ीं
राहुल गांधी ने बेगूसराय में चुनावी सभा को संबोधित किया। इसके बाद वो वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ 3KM दूर तालाब में पहुंचे और मछुआरों के साथ मिलकर जाल से मछलियां पकड़ीं।
बेगूसराय। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी रविवार को बिहार के बेगूसराय जिले में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान वे मछलीपालन करने वाले लोगों से मिले। अपने प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने मछली पकड़ रहे लोगों के बीच तालाब में छलांग लगा दी। राहुल गांधी ने इस दौरान मछली पकड़ने की पारंपरिक प्रक्रिया में भाग लिया।
इस दौरान वीआईपी प्रमुख और महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और अन्य भी मौजूद रहे। बता दें कि महागठबंधन ने मछुआरों से वादा किया है कि मछुआरा परिवारों को लीन पीरियड (प्रतिबंधित अवधि, 3 माह) के दौरान प्रति परिवार 5,000 रुपए की सहायता दी जाएगी।
साथ ही कहा है कि सरकार आने पर मत्स्य पालन बीमा योजना और बाजार उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, प्रत्येक प्रखंड में मछली बाजार, ट्रेनिंग सेंटर और अनुदान योजनाएं शुरू की जाएंगी। सुसंगत जलाशय नीति के अंतर्गत नदियों और तालाबों का पुनर्जीवन किया जाएगा और आवंटन में परंपरागत मछुआरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
इसके बाद चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि नरेंद्र मोदी सिर्फ डोनाल्ड ट्रंप से ही नहीं डरते। मोदी का कंट्रोलर अडानी-अंबानी जैसे लोगों के हाथ में है।
उन्होंने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी को अमेरिका ने धमकी दी, लेकिन वे नहीं डरीं और जो करना था, वो करके दिखा दिया। वहीं, जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने नरेंद्र मोदी से कहा- 'ऑपरेशन सिंदूर' बंद कर दो तो मोदी ने दो दिन में ऑपरेशन रोक दिया। सच्चाई ये है कि नरेंद्र मोदी सिर्फ ट्रंप से ही नहीं डरते। मोदी का कंट्रोलर अडानी-अंबानी जैसे लोगों के हाथ में है।




