विनेश की अयोग्यता पर संसद में हंगामा, विपक्ष ने दोनों सदनों से किया वॉकआउट, साजिश बंद करो के लगाए नारे
लोकसभा में खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि विनेश को रेसलिंग के 50 किलोग्राम कैटेगिरी में खेलना था। उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया।
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के 13वें दिन बुधवार को ओलिंपिक से विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफाइ करने को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला। विपक्षी गठबंधन के सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों से वॉकआउट किया। साथ ही संसद भवन परिसर में साजिश बंद करो और विनेश फोगाट को न्याय दो जैसे नारे भी लगाए।
इसके पहले लोकसभा में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि विनेश को रेसलिंग के 50 किलोग्राम केटेगिरी में खेलना था। उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया। इसलिए उन्हें अयोग्य करार दिया गया। भारत ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ से कड़ा विरोध दर्ज किया है। भारतीय ओलिंपिक संघ (IOF) की अध्यक्ष पीटी ऊषा अभी पेरिस में हैं। प्रधानमंत्री ने उनसे बात करके उचित एक्शन लेने के लिए कहा है।
हालांकि, सरकार का यह जवाब नाकाफी है और इसीलिए विपक्षी दलों ने के सांसदों ने प्रदर्शन किया। देश के कई नेताओं ने विनेश मामले में बड़े स्तर पर षड्यंत्र की आशंका जताई है। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि देश की बेटी के खिलाफ बहुत बड़ी नफरती साजिश है।
मामले पर शिरोमणि अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, 'यह समझ नहीं आ रहा कि आखिर क्या हुआ है लेकिन जो भी हुआ, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला लग रहा है... जो सभी राउंड क्लियर कर फाइनल तक जा सकती है, जो इतनी पुरानी खिलाड़ी हैं, क्या उन्हें नहीं पता कि उनका वज़न इसके लिए कितना महत्वपूर्ण है... यह 100 ग्राम वाली बात किसी को भी हज़म नहीं हो रही...सब यह भी जानते हैं कि जब पहलवान प्रदर्शन कर रहे थे तब विनेश फोगाट उस प्रदर्शन में आगे थीं और उस समय भी सरकार ने कोई मदद नहीं की थी।'