मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल से, विपक्ष ने कर्ज पर सरकार से मांगा श्वेतपत्र
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने रविवार शाम को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी 64 विधायकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में विपक्ष राज्य सरकार को सदन के भीतर और सदन के बाहर दोनों जगह एक साथ घेरने जा रहा है। सदन के बाहर पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में विधानसभा के घेराव करने की तैयारी है। इसके लिए सभी बड़े नेता पार्टी कार्यकर्ताओं से 16 दिसंबर को भोपाल पहुंचने की अपील जारी कर चुके हैं।
वहीं सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक प्रदेश में खाद संकट, ड्रग्स तस्करी, कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरेंगे। विपक्ष मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की विदेश यात्रा के दौरान निवेश प्रस्तावों और प्रदेश पर कर्ज की स्थिति को लेकर श्वेत पत्र की मांग करेगा।
बता दें कि पिछले विस सत्र में कांग्रेस ने जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार की जांच की मांग की थी, जिस पर विधानसभा में जांच का आश्वासन दिया गया था। बताया जा रहा है कि विपक्ष फिर से इस मुद्दे को उठाएगी और सरकार से जांच रिपोर्ट की मांग करेगा। हाल ही में केंद्र सरकार की एक एजेंसी ने मध्य प्रदेश में जल जीवन मिशन में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की रिपोर्ट तैयार की है।
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विधानसभा के शीत सत्र के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों समेत कुल 1766 सवाल लगाए गए हैं। इसके अलावा लगभग 200 ध्यानाकर्षण सूचनाएं विधायकों की ओर से लगाई गई हैं। 14 अशासकीय संकल्प स्वीकार किए गए हैं। देरी से आए संकल्प को स्वीकार नहीं किया गया है, हालांकि विशेष परिस्थिति में विस अध्यक्ष इन्हें पेश करने की मंजूरी दे सकते हैं। इस सत्र में 8 विधेयक पेश किए जाएंगे।