बजट सत्र में महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा, राज्यसभा से विपक्ष ने किया वॉकआउट
महाकुंभ भगदड़ मामले को लेकर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की। वहीं, राज्यसभा में सभी विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया।

नई दिल्ली। लोकसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरान विपक्ष ने संसद के दोनों सदन में महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौतों पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने स्पीकर से कहा कि सरकार भगदड़ से हुई मौतों का सही आंकड़ा जारी करे।
महाकुंभ भगदड़ मामले को लेकर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की। वहीं, राज्यसभा में सभी विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया। विपक्षी सांसदों ने बताया कि वे एक घंटे बाद पुनः सदन की कार्यवाही में शामिल होंगे।
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लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति जी ने अपनी स्पीच में महाकुंभ का भी जिक्र किया है। अभी प्रश्नकाल है, इसलिए इस समय दूसरे किसी भी विषय पर चर्चा नहीं हो सकती। अपने सवाल रखें।इसके बाद भी विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे। विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि सरकार कुंभ में हुई मौतों का आंकड़ा जारी करे। केंद्र सरकार होश में आओ, होश में आओ।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने हंगामा कर रहे सांसदों से तल्ख अंदाज में कहा कि आपको जनता ने यहां सवाल पूछने भेजा है कि मेज तोड़ने, अगर मेज तोड़ने भेजा है तो और जोर से मारिए। बता दें कि बीते 29 जनवरी को प्रयागराज महाकुंभ में दो जगह भगदड़ हुई थी। यूपी सरकार ने 17 घंटे बाद 30 मौतों और 60 लोगों के घायल होने की बात मानी थी। हालांकि, कई रिपोर्ट्स इस ओर इशारा करते हैं कि मृतकों का असल आंकड़ा इससे काफी ज्यादा था।
समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने संसद परिसर में मीडिया से कहा कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से ये घटना घटी। जो वहां पर उपस्थित थे उन लोगों का कहना है कि हजारों लोगों की मौत हुई है... लेकिन अभी तक किसी अधिकारी के खिलाफ या किसी के भी खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हम लोग यहां पर आवाज उठाना चाहते हैं तो हमारी नोटिस पर कोई सुनवाई नहीं होती है।
उधर, RJD सांसद मनोज झा ने महाकुंभ भगदड़ मामले पर कहा कि चिंता का विषय यह है कि आखिर कितनी जाने गई हैं?.. महाकुंभ इनसे (भाजपा) पहले भी था और इनके बाद भी होगा, महाकुंभ निरंतर है लेकिन राजनैतिक दल निरंतर नहीं है... लोग जवाबदेही चाहते हैं... इतनी जाने जाएं और सदन को अनभिज्ञ रखना सारे देश को अनभिज्ञ रखने जैसा है।
कांग्रेस पार्टी के सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हमने एक घंटे के लिए वॉकआउट किया है फिर जाकर इस मुद्दे को उठाएंगे...मैं जनाना चाहता हूं कि अभी तक सूची क्यों नहीं जारी हुई? जो 30 लोगों की मौत हुई है उनके नाम अभी तक क्यों नहीं बताए गए हैं? उनकी फोटो क्यों नहीं जारी की गई...हम सदन के अंदर क्या उन मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि भी अर्पित नहीं कर सकते? घटना पर चर्चा होनी चाहिए...सरकार जानबूझकर मृतकों की संख्या छुपाना चाहती है...और इस घटना को दबाना चाहती है।