पृथ्वी दिवस : मुस्कुरा रही है अपनी धरा
कोरोना और लॉक डाउन ने इंसान को घरों में कैद कर दिया है मगर इंसानी गतिविधियां रूक जाने से पृथ्वी मुस्कुरा उठी है। यह इस बात का संकेत हैं कि हम न सुधरे तो धरा जीने योग्य नहीं होगी।
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यह समय संकल्प लेने का भी है कि हम अपनी धरती को मानव जनित खतरों से प्रकृति को बचाना होगा।