पृथ्वी दिवस : मुस्कुरा रही है अपनी धरा
कोरोना और लॉक डाउन ने इंसान को घरों में कैद कर दिया है मगर इंसानी गतिविधियां रूक जाने से पृथ्वी मुस्कुरा उठी है। यह इस बात का संकेत हैं कि हम न सुधरे तो धरा जीने योग्य नहीं होगी।
2. लुभा रहे हैं मनोरम दृश्य
यह एक संयोग ही है कि इस बार यह दिवस ऐसे समय में मनाया जा रहा है, जब पहली बार हम पृथ्वी को काफी हद तक साफ-सुथरी और प्रदूषण रहित देख पा रहे हैं। हालांकि यह सब प्रकृति संरक्षण के लिएप्रयासों के चलते संभव नहीं हुआ है बल्कि इसका एकमात्र कारण कोरोना संकट और लॉकडाउन ही है।