भारतीय महिला टीम पहली बार बनी विश्व चैंपियन, फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराया

नवी मुंबई के डी वाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए महिला वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार वनडे विश्व कप खिताब जीता।

Updated: Nov 03, 2025, 12:30 AM IST

Photo Courtesy: BCCI Women's Twitter
Photo Courtesy: BCCI Women's Twitter

मुंबई। महिला वनडे विश्व कप 2025 के खिताबी जंग में भारत और साउथ अफ्रीका आमने सामने थी। दोनों टीमों के बीच नवी मुंबई स्थित डी वाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए मैच में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने 52 रनों से जीत अपने नाम की। मुकाबले में जीत के साथ ही भारतीय महिला टीम ने अपना पहला वनडे विश्व कप का खिताब जीता।

महिला वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत साल 1973 में हुई थी। तब से लेकर अब तक कुल 12 सीजन इस टूर्नामेंट के खेले जा चुके हैं। लेकिन अब तक भारतीय महिला टीम ये खिताब जीतने में असफल रही हैं। लेकिन इस बार यानी 13वें सीजन में हरमन ब्रिगेड ने टीम इंडिया के 52 सालों का सूखा समाप्त कर भारत को इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का पहला खिताब जिताया है।

टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 298 रन बनाए थे। इस दौरान स्मृति मंधाना (45) और शेफाली वर्मा (87) की सलामी जोड़ी ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई थी। दोनों ओपनर्स ने पहले विकेट के लिए 104 रनों की शतकीय साझेदारी की थी। इनके अलावा दीप्ति शर्मा ने भी टीम को इस बड़े स्कोर तक पहुंचने में 58 रनों का योगदान दिया था। वहीं, विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने टीम के लिए 34 रनों की पारी खेली थी।

भारत के दिए इस बड़े टारगेट का पीछा करने उतरी प्रोटियाज को कप्तान लौरा वोल्वार्ट और तंजीम ब्रिट्स की सलामी जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दिलाई। हालांकि, 51 रनों के स्कोर पर तंजीम रन आउट हो गई थीं। लेकिन इसके बावजूद लौरा ने पारी को संभाला और शानदार बल्लेबाजी कर हुए टीम को जीत की ओर बढ़ाने लगी। इस दौरान साउथ अफ्रीका के पांच अन्य बल्लेबाज कृष पर आए लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने वह ज्यादा देर टिक नहीं सकीं।

साउथ अफ्रीका को लगातार सको का सामना करना पड़ रहा था लेकिन कप्तान लौरा क्रीज पर डटी रहीं और टीम के लिए जबर्दस्त बल्लेबाजी करते हुए 101 रनों की धमाकेदार शतकीय पारी खेली। लेकिन 42वें ओवर की पहली गेंद पर वह दीप्ति शर्मा का शिकार हो गई। उनके आउट होने के साथ ही टीम की जीत की उम्मीद भी टूट गई।

इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी दीप्ति शर्मा नैना केवल बल्ले से बल्कि गेंदबाजी से भी टीम के लिए अहम भूमिका निभाई। बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने टीम के लिए 58 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली थी। वहीं, गेंदबाजी के दौरान उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम को 5 बड़ी सफलताएं भी दिलाई थी।