छत्तीसगढ़ में नक्सल संगठनों को बड़ा झटका, 5 जिलों में 66 नक्सलियों ने किया सरेंडर

छत्तीसगढ़ में 2 करोड़ 54 लाख के इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें एक 25 लाख इनामी रमन्ना ईरपा उर्फ जगदीश भी शामिल है। इन्होंने हथियार डालकर मुख्य विचारधारा में लौटने का फैसला किया है।

Updated: Jul 25, 2025, 06:03 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सल संगठनों को बड़ा झटका लगा है। राज्य के सुकमा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर और बीजापुर जिलों में 66 नक्सलियों में सरेंडर किया है। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। साथ ही कई ज्यादातर नक्सली ऐसे हैं, जिन पर इनाम घोषित है।

बताया जा रहा है कि इनपर 2 करोड़ 54 लाख रुपए का इनाम घोषित है। बीजापुर जिले में सरेंडर किए 25 नक्सलियों में से 23 पर 1 करोड़ 15 लाख का इनाम है। जबकि कांकेर में 13 नक्सलियों पर 62 लाख और नारायणपुर में सरेंडर किए 8 नक्सलियों पर 33 लाख रुपए का इनाम घोषित है।

वहीं, दंतेवाड़ा में 16 नक्सलियों में से 5 पर 17 लाख रुपए का इनाम है। सुकमा जिले में भी 5 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से मिलिट्री कंपनी नंबर 1 का कमांडर से लेकर DVCM, ACM रैंक के नक्सली हैं।

बीजापुर में 25 लाख रुपए के इनामी और SZCM कैडर के नक्सली रामन्ना इरपा उर्फ जगदीश उर्फ विकेश ने सरेंडर किया है। ये बीजापुर जिले का ही रहना वाला है। वहीं, साल 2002 से नक्सल संगठन में सक्रिय था। ये ओडिशा राज्य कमेटी सदस्य, कंपनी नंबर 8 इंचार्ज और कमांडर, ओडिशा पूर्वी सब जोनल ब्यूरो कमांडर इन चीफ समेत अन्य कैडर में रहा है।

हथियार डालने वाले नक्सलियों को सरकार की ओर से 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी गई है। सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही पुनर्वास योजना के तहत सहायता दी जाएगी। इसमें सुरक्षा, आवास, जीविकोपार्जन और सामाजिक पुनः स्थापना शामिल है। माना जा रहा है कि अबूझमाड़ जैसे संवेदनशील इलाके में माओवादी नेटवर्क की कमजोर होती पकड़ एंटी नक्सल ऑपरेशन को सही दिशा की ओर बढ़ती हुई दिखा रही है।