पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसकी मां पर FIR, अनुकंपा नियुक्ति के लिए दिया था झूठा शपथ पत्र

ग्वालियर के सिरोल थाना में दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। आरोप है कि छोटे बेटे की अनुकंपा नियुक्ति के लिए बड़े बेटे की सरकारी नौकरी छिपाई थी।

Updated: Mar 22, 2025, 01:58 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश परिवहन घोटाले के आरोपी व पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। जेल में बंद सौरभ शर्मा और उसकी मां उमा शर्मा के खिलाफ अनुकंपा नियुक्ति को लेकर दिए गए फर्जी शपथ-पत्र के मामले में FIR हुई है। ग्वालियर के सिरोल थाने में यह प्रकरण दर्ज किया गया है।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। यह केस सहायक परिवहन आयुक्त (शिकायत) किरन कुमार के आवेदन पर दर्ज किया गया। दरअसल, साल 2016 में परिवहन विभाग में अनुकंपा नियुक्ति लेते समय सौरभ और उसकी मां उमा शर्मा ने शपथ पत्र में बड़े भाई सचिन शर्मा की छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी की बात छिपाई थी। 

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मुख्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद अब ग्वालियर में दोनों पर मामला दर्ज कराया गया है। शिकायत में कहा गया है कि सौरभ शर्मा ने शपथ पत्र में यह जिक्र नहीं किया कि उसका बड़ा भाई सचिन शर्मा छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी में है। सौरभ की नियुक्ति के लिए उसकी मां उमा शर्मा ने भी शपथ पत्र दिया था। जिसमें बड़े बेटे की सरकारी नौकरी की बात छिपाई थी।

सौरभ की नियुक्ति को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट संकेत साहू पहले ही लोकायुक्त में शिकायत कर चुके थे। बता दें कि सौरभ शर्मा दिसंबर 2024 में तब चर्चा में आया था, जब लोकायुक्त, ईडी और आयकर विभाग ने उसके ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी। इसी दौरान भोपाल के मेंडोरी में इनोवा कार से 11 करोड़ रुपए कैश और 52 किलो गोल्ड जब्त किए गए थे। इसका लिंक भी सौरभ से जुड़ा था। इसके बाद सौरभ और उसके सहयोगियों की बेशुमार संपत्ति सामने आई थी।