छावनी मंडी इंदौर में किसानों का करोड़ों रुपए का भुगतान अटका, किसानों ने बंद करवाई नीलामी

मई के पहले सप्ताह में कुछ व्यापारियों द्वारा किसानों से खरीदी गई फसल का भुगतान अभी तक नही किया गया है और अभी 186 से ज्यादा किसानों का पौने तीन करोड़ रुपए भुगतान बकाया है

Updated: May 23, 2022, 07:45 AM IST

Photo Courtesy: naidunia
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इंदौर। छावनी मंडी इंदौर में व्यापारियों द्वारा किसानों की फसल का करोड़ों रुपए का भुगतान बकाया है और कई किसान भुगतान के लिए मंडी समिति कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। भुगतान नहीं होने के विरोध में किसान संगठनों ने आज नीलामी बंद करवा दी है, जिसके कारण फसल बेचने आए कई किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर सेना के नेताओं ने बताया कि मई के पहले सप्ताह में कुछ व्यापारियों द्वारा किसानों से खरीदी गई फसल का भुगतान अभी तक नही किया गया है और अभी 186 से ज्यादा किसानों का पौने तीन करोड़ रुपए भुगतान बकाया है।

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मंडी प्रशासन ने कुछ व्यापारी, फर्म पर कार्रवाई करते हुए उनकी आवक जावक और खरीदी पर रोक लगाई है किसान सगठनों की मंडी प्रशासन से मांग है कि किसानों को उनकी फसल का नगद भुगतान किया जाए। हालांकि मंडी प्रशासन द्वारा व्यापारियों को निर्देश जारी किए गए है कि किसानों को 2 लाख रुपए तक नगद भुगतान किया जाए और शेष राशि चेक के माध्यम से भुगतान की जाए। भुगतान में देरी का एक प्रमुख कारण केंद्र सरकार द्वारा गेहूं निर्यात पर लगी रोक तथा बंदरगाह में व्यापारियों का गेहूं का स्टॉक रुकना भी है जिसके कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि यूक्रेन रूस युद्ध के चलते इस बार गेहूं की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छी मांग थी जिससे किसानों को गेहूं के अच्छे दाम भी मिले और व्यापारियों ने मुनाफा कमाया लेकिन केंद्र सरकार द्वारा यकायक निर्यात पर रोक लगाने से व्यापारियों को झटका लगा और व्यापारियों ने इस फैसले का विरोध भी किया।