पेशाब में दिखे ये बदलाव तो समझ जाएं यूरिक एसिड की हो रही है कमी, करें ये उपाय

यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होकर यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन हाई लेवल में पाए जाने पर ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है।

Updated: Nov 30, 2023, 11:19 AM IST

आज के समय में यूरिक एसिड की समस्या बेहद आम हो गई है। कम उम्र के लोग भी हाइपरयूरिसीमिया का शिकार होते जा रहे हैं। हाइपरयूरिसीमिया दरअसल, बढ़े हुए यूरिक एसिड को ही कहा जाता है। वहीं, यूरिक एसिड हमारे खून में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो प्यूरीन नामक रसायन के टूटने पर बनता है। वैसे तो यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होकर यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन हाई लेवल में पाए जाने पर ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। इसकी वजह से हड्डियों के बीच में गैप हो जाता है, जिससे पीड़ित को जोड़ों में तेज दर्द, अकड़न, सूजन, गाउट आदि का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक हाई यूरिक एसिड की समस्या होने के कारण किडनी स्टोन की परेशानी भी हो सकती है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि वयस्क महिलाओं का नॉर्मल यूरिक एसिड लेवल 2.5 से 6 mg/dL होता है, जबकि वयस्क पुरुषों में यूरिक एसिड लेवल 3.5 से 7 mg/dL तक नॉर्मल माना जाता है। इससे अधिक मात्रा में होने पर ये बॉडी के लिए खतरा बनता चला जाता है। ऐसे में अब सवाल उठता ही कि शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो गई है, इस बात का पता कैसे लगाया जाए? अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो बता दें कि हाइपरयूरिसीमिया की समस्या होने पर यूरिन में कुछ खास लक्षण नजर आते हैं, इन लक्षणों को पहचानकर आप समय रहते सही इलाज के साथ सेहत पर हाई यूरिक एसिड के चलते होने वाले खतरों को टाल सकते हैं। 

नींबू पानी

शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर नींबू का रस बेहद प्रभावी माना जाता है। साल 2017 में इसे लेकर एक शोध किया गया था जिसमें पाया गया था कि नींबू का रस खून में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। नींबू के रस में विटामिन सी का उच्च स्तर शरीर में यूरिक एसिड को बेअसर करने में कारगर है। 

अजवाइन रस

अजवाइन का रस आमतौर पर काफी लाभदायक होता है। इसका उपयोग गठिया के इलाज में भी किया जाता है। इसमें ल्यूटोलिन, 3-एन-ब्यूटाइलफ्थालाइड (3एनबी) और बीटा-सेलिनेन होते हैं जो शरीर में सूजन और यूरिक एसिड उत्पादन को कम करने के लिए एक साथ काम करते हैं। 

एप्पल सिडार विनेगर

ये विनेगर भी यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखने में फायदेमंद है. इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते गाउट से संबंधित सूजन को कम किया जा सकता है। इससे ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है। 

ग्रीनटी

ग्रीन टी बहुत से लोगों का फेवरेट डिटॉक्स ड्रिंक है। ग्रीन टी खून में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने और सूजन को कम करने के लिए बेहतर मानी जाती है। ग्रीन टी के एंटीऑक्सीडेंट गुण गठिया से जुड़ी सूजन से लड़ने में मदद करते हैं। 

खीरे का रस

यूरिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए खीरा खाना या खीरे का रस पीना भी एक प्रभावी उपाय हो सकता है। खीरे के रस में थोड़ा सा नींबू मिलाकर पीने से लिवर और किडनी को डिटॉक्सिफाई होती है और यूरिक एसिड का स्तर कम हो जाता है।