नेपाल के बाद अब फ्रांस में लगी आग, राष्ट्रपति मैक्रों के खिलाफ सड़क पर उतरे एक लाख लोग, 200 गिरफ्तार

नेपाल के बाद अब फ्रांस में एक नए आंदोलन ब्लॉक एवरीथिंग ने बुधवार सुबह हाईवे पर जबरदस्त प्रदर्शन कर ट्रैफिक को बुरी तरह प्रभावित कर दिया।

Updated: Sep 10, 2025, 03:47 PM IST

पेरिस। नेपाल में इन दिनों भयानक बवाल देखने को मिल रहा है। यहां Gen Z ने तख्तापलट कर दिया। नेपाल की तरह ही अब फ्रांस की सड़कों पर भी गुस्से की आग भड़क उठी है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ ब्लॉक एवरीथिंग नाम के नए आंदोलन ने बुधवार सुबह देशभर में हाईवे जाम कर दिए। जगह-जगह आगजनी, नारेबाजी और सड़कों पर अव्यवस्था का माहौल देखने को मिला। कई बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया।

बजट में कटौती के खिलाफ और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के इस्तीफे की मांग को लेकर 1 लाख से ज्यादा लोग पेरिस की सड़क पर उतर आए हैं। सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बावजूद राजधानी पेरिस समेत कई बड़े शहरों में हालात बिगड़ गए। यह बगावत ऐसे समय हो रही है जब फ्रांस की राजनीति पहले से ही संकट में है। संसद ने हाल ही में प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बायरू को विश्वास मत में हरा दिया, और मैक्रों को अपने कार्यकाल का पाँचवाँ प्रधानमंत्री सेबास्टियन लेकोर्नू नियुक्त करना पड़ा।

प्रदर्शनकारियों की कई जगह सुरक्षा बलों से झड़प हुई है। उन्होंने कई जगह तोड़फोड़ और आगजनी भी की है। सरकार ने 80 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। अब तक 200 से ज्यादा उपद्रवी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पेरिस पुलिस ने बताया कि अब तक वहां हुए प्रदर्शनों में 132 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। अब तक पूरे देश में 200 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।विरोध प्रदर्शन कर रहे सीजीटी यूनियन ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि असली समस्या मैक्रों और उनके काम करने के तरीके की है। जब तक उनकी विदाई नहीं होती प्रदर्शन चलता रहेगा।

बता दें कि फ्रांस में बुधवार से शुरू हुए ‘ब्लॉक एवरीथिंग’ यानी ‘सब कुछ रोक दो’ मूमेंट में 30 से ज्यादा जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इस प्रदर्शन में 1 लाख से ज्यादा लोग शामिल हैं। इस प्रदर्शन को वामपंथी पार्टी फ्रांस अनबाउंड (LFI) का भी समर्थन मिला है। इसी बीच फ्रांस के ट्रेड यूनियनों ने भी कहा था कि वे 18 सितंबर को बजट प्रस्तावों के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे।

प्रदर्शनकारियों का सीधा संदेश है कि अगर सिस्टम काम नहीं करता, तो देश की मशीनरी को रोक दो। इसी सोच के चलते उन्होंने हाईवे, शहरों और परिवहन तंत्र को ठप करने का ऐलान किया। यही वजह है कि इसे ब्लॉक एवरीथिंग यानी सब कुछ रोक दो कहा जा रहा है। स्थिति को काबू में रखने के लिए सरकार ने 80,000 सुरक्षाबलों को तैनात किया है।