तुर्की और सीरिया में भूकंप से भारी तबाही, 500 से ज्यादा लोगों की मौत, हजारों लोग घायल

दक्षिणी तुर्की में गजियांटेप के पास 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया है। इस भीषण भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में बड़ी तबाही की खबरें सामने आ रही हैं। तुर्की में भूकंप से करीब 300 लोगों की मौत हो गई और सैंकड़ों इमारतें ध्वस्त हो गईं। सीरिया में भी 237 लोगों की मौत हुई है।

Updated: Feb 06, 2023, 08:10 AM IST

इस्तांबुल। तुर्की में 7.8 तीव्रता के भीषण भूकंप के झटके से भारी तबाही की खबर है। तुर्की में ये भूकंप गाजियांटेप के पास आया है। तुर्की के अलावा सीरिया में भी इस शक्तिशाली भूकंप के कारण बड़ी तबाही होने की खबरें सामने आ रही हैं। तुर्की में भूकंप से करीब 300 लोगों की मौत हो गई और सैंकड़ों इमारतें ध्वस्त हो गईं। वहीं सीरिया में भी करीब 250 लोगों की मौत होने की खबर है। तुर्की में करीब 2300 लोग घायल हैं।

बताया जा रहा है कि तुर्की में भूकंप स्थानीय समय के मुताबिक, सुबह 04:17 बजे आया। इसकी गहराई जमीन से 17.9 किलोमीटर अंदर थी। भूकंप के झटके तुर्की के गाजियांटेप के पास महसूस किए गए। भूकंप के तेज झटकों में कई इमारतें ढह गईं। तुर्की के ओस्मानिया में 34 इमारतें तबाह हो गईं। 

देश में कई इमारतों के नष्ट हो जाने के कारण मरने वालों की संख्या बहुत अधिक बढ़ने का खतरा है। कई जगह लोगों के मलबे में दबे होने की भी जानकारी सामने आ रही है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने ट्वीट कर बताया कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू अभियान जारी है। भूकंप के दौरान कम से कम 6 बार झटके लगे। इरदुगान ने लोगों से अपील की कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें।

तुर्की की भौगोलिक स्थिति के चलते यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। यहां 1999 से अब तक भूकंप से 18000 लोगों की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों ने लंबे समय से चेतावनी दी है कि एक बड़ा भूकंप इस्तांबुल को तबाह कर सकता है, जिसने सुरक्षा सावधानियों के बिना व्यापक निर्माण की अनुमति दी है। साल 2020 में भी यहां बड़ा भूकंप आया था जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए थे।

बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके लेबनान, सीरिया में भी महसूस किए गए। सीरिया में अलेप्पो और हमा शहर से नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं। सिविल डिफेंस के मुताबिक, सीरिया में तुर्की से लगे इलाकों में कई इमारतें गिर गईं। दमिश्क में भी भूकंप के झटकों के बाद लोग सड़कों पर आ गए। लेबनान में करीब 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।