मध्य प्रदेश के मंडला में डायरिया का कहर, अबतक 7 लोगों की मौत और 150 से ज्यादा बीमार

मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले में पिछले दस दिनों में डायरिया और पानी से होने वाली अन्य बीमारियों के कारण पांच महिलाओं व एक बच्चे सहित सात लोगों की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है।

Updated: Jul 28, 2024, 05:40 PM IST

मंडला। मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले में डायरिया ने कहर बरपा रखा है। विगत दस दिनों में डायरिया और पानी से होने वाली अन्य बीमारियों के कारण यहां पांच महिलाओं व एक बच्चे सहित सात लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 150 से अधिक लोग बीमार हैं। डायरिया के प्रकोप के बाद यहां हड़कंप मचा हुआ है।

जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. यतीन्द्र झारिया ने शनिवार को मीडिया को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घुघरी ब्लॉक के देवराहा बहमनी गांव में चार और बिछिया ब्लॉक के माधोपुर गांव में तीन लोगों की डायरिया के कारण मौत हो गई। झारिया ने बताया कि दोनों ब्लॉकों में डायरिया और जल से पैदा होने वाली बीमारियों के कारण करीब 150 लोग बीमार हो गए हैं।

घुघरी ब्लॉक के कुछ मरीजों को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है। स्वास्थ्य टीमें इन इलाकों में डायरिया पर नियंत्रण पाने के लिए जुट गई हैं। साथ ही टीम की तरफ से लोगों को डायरिया से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है।

बता दें कि साफ पेयजल और पर्याप्त स्वच्छता व सफाई के माध्यम से डायरिया रोग के एक महत्वपूर्ण अनुपात को रोका जा सकता है। ज्यादातर ग्रामीण दूषित पानी पीने से बीमार हो रहे हैं। फिलहाल जिले में डायरिया से बचाव को लेकर स्वास्थ्य टीमें जुट गईं हैं। महामारी का रूप ले रहे डायरिया की जांच के लिए शनिवार को मेडिकल कॉलेज जबलपुर से 11 सदस्यीय जांच टीम जिले के भ्रमण पर है।

जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पताल में उल्टी-दस्त से पीड़ितों की लंबी कतारें लगी हुई है। ग्रामीणों की मानें तो जिले के ग्रामों में हैंडपंप और पीएचई विभाग द्वारा संचालित नल जल योजना का पानी प्रदूषित हो चुका है। अनेक गांवों में पेयजल के साधन न होने से लोग कुंए और नदी नालों का पानी पीने के लिए मजबूर हैं।