मंगल ग्रह पर जीवन के संकेत, सालों पहले आई थी भीषण बाढ़, नासा के रोवर ने भेजी प्राचीन झील की तस्वीर

मंगल ग्रह पर पानी की मौजूदगी को लेकर नासा को मिले महत्वपूर्ण तथ्य, नासा के रोवर ने भेजी सूखे झील की तस्वीर, बाढ़ आने के भी मिले संकेत

Updated: Oct 08, 2021, 06:11 AM IST

Photo Courtesy: Twitter
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वॉशिंगटन। मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाएं पृथ्वी पर रहने वाले लोगों के लिए सबसे ज्यादा कौतूहल का विषय है। मंगल ग्रह के रहस्यों से पर्दा हटाने के लिए करोड़ों अरबो रूपए खर्च होने के बावजूद अबतक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, लाल ग्रह पर जीवन की संभावनाएं ढूंढने की दिशा में नासा को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।

मंगल ग्रह पर आई थी भीषण बाढ़

वैज्ञानिक अबतक ये पता करने में जुटे थे कि मंगल ग्रह पर पानी है या नहीं। लेकिन अब जो जानकारी हाथ लगी है उसके मुताबिक मंगल ग्रह पर अक्सर बाढ़ आते रहते थे। दरअसल, नासा के रोवर में मंगल ग्रह से पुराने झील की तस्वीरें भेजी है। यह झील वर्तमान में सूख चुकी है लेकिन अध्ययन से पता चला है कि सालों पहले यहां अक्सर बाढ़ के हालात होते थे। नासा के वैज्ञानिकों ने इसे बड़ी उपलब्धि करार दिया है। 

नासा ने गुरुवार को अपने रोवर द्वारा भेजी गई तस्वीरों का अध्ययन रिपोर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक रोवर ने जो तस्वीरें भेजी है उनसे ज्ञात होता है कि करीब 3.7 अरब साल पहले मंगलग्रह के निर्माण के दौरान पानी की भी भूमिका थी। रोवर द्वारा भेजे गए तस्वीरों को में एक डेल्टा के होने का पता चला है। यानी रोवर द्वारा भेजी तस्वीर के अध्ययन के बाद एक सूखे पानी के झील के होने की जानकारी हाथ लगी है। माना जा रहा है कि इस तस्वीर के मिलने के बाद अब मंगल ग्रह पर प्राचीन जीवन होने के सबूत खोजने में काफी मदद मिलेगी।

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दरअसल, नासा के वैज्ञानिकों ने अपने रोवर को उस क्षेत्र में भेजा था, जहां पानी होने की सबसे ज्यादा संभावना थी। रोवर ने जो तस्वीरें भेजी उनके अध्ययन के आधार पर फिलहाल नासा के वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि मंगल ग्रह पर एक झील मौजूद थी। इस झील में अक्सर बाढ़ आया करता था, जिससे पानी किनारे पर बह जाया करता था। लेकिन एक बार मंगल ग्रह पर भीषण बाढ़ आई। यह बाढ़ इतनी भयानक थी कि पानी की ऊंचाई 10 मील से भी ऊपर थी, जिसकी वजह से झील के आसपास मौजूद बड़े बड़े चट्टान झील के अंदर आ गए। ये विशालकाय चट्टान आज भी झील के अंदर मौजूद हैं।