टीकमगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल, शव वाहन नहीं मिलने के कारण कंधे पर मामा का शव लेकर भटकता रहा भांजा

मवई गांव निवासी मुन्नी कुशवाहा टीकमगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती थे। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शव घर ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन उपलब्ध नहीं कराए।

Updated: Oct 18, 2023, 04:29 PM IST

टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की शर्मनाक तस्वीरें सामने आई हैं। यहां जिला अस्पताल में इलाज के दौरान एक बुजुर्ग की मौत हो गई लेकिन उसे शव वाहन भी नसीब नहीं हुआ। लिहाजा मृतक का भांजा शव लेकर घंटों इधर उधर भटकता रहा।

बताया जा रहा है कि कोतवाली क्षेत्र के मवई गांव निवासी मुन्नी कुशवाहा जिले अस्पताल में भर्ती थे। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों ने शव घर ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की। लेकिन घंटो इंतजार के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया।

शव वाहन नहीं मिलने से निराश मृतक का भांजा रमेश कुशवाहा अपने मामा के शव को कंधे पर लादकर घंटों तक अस्पताल परिसर में इधर से उधर भटकता रहा। उसके बाद भी जब उसे शव वाहन नहीं मिला तो परिजन थक हारकर शव को एक टैक्सी में रखकर अपने गांव ले गये।

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मृतक में भांजे रमेश ने बताया की उसने अधिकारियों के सामने कई चक्कर लगाए और शव वाहन की तलाश की लेकिन सभी ने मना कर दिया। उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे की वे निजी वाहन किराए पर ले सकें। 

इस मामले में टीकमगढ़ जिला अस्पताल मैनेजर अंकुर साहू का कहना है कि इसकी जांच की जा रही है। जो भी इस मामले में आरोपी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।