बिहार में जहरीली शराब का कहर: सीवान और छपरा में 36 लोगों की मौत, कई गंभीर रूप से घायल

बिहार के सीवान और छपरा जिलों में जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक 36 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें सीवान के 26 और छपरा के 10 लोग शामिल हैं।

Updated: Oct 17, 2024, 02:01 PM IST

बिहार के सीवान और छपरा जिलों में जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक 36 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें सीवान के 26 और छपरा के 10 लोग शामिल हैं। कई अन्य लोगों की हालत नाजुक है और उनका इलाज अस्पताल में जारी है। पुलिस के मुताबिक, जहरीली शराब पीने से लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ी और अस्पताल पहुंचने से पहले ही कई की मौत हो गई। गंभीर मरीजों को पटना मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां पांच लोगों की जान जा चुकी है।

मामला 13 अक्टूबर का है, जब सीवान के भगवानपुर हाट इलाके में पाउच वाली शराब पीने के बाद लोगों की तबीयत बिगड़नी शुरू हुई। छपरा के मशरख थाना क्षेत्र में भी जहरीली शराब से मौतें हुईं। प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आठ आरोपियों को हिरासत में लिया है और कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है, जिनमें मशरख थानाध्यक्ष भी शामिल हैं।

सीवान और छपरा के विभिन्न गांवों में जहरीली शराब के सेवन के बाद लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है और कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि दशहरा के दौरान शराब की बिक्री हुई थी और इसकी होम डिलीवरी भी की गई थी। इस शराब में मेथेनॉल की अधिक मात्रा मिलाई गई थी, जो जहरीली साबित हुई। यह शरीर में जाकर फार्मेल्डिहाइड और फॉर्मिक एसिड में बदल जाती है, जो आंख, मस्तिष्क और अन्य अंगों को प्रभावित करती है, जिससे मौत हो जाती है।

यह कोई पहली बार नहीं है जब बिहार में जहरीली शराब से इतनी मौतें हुई हैं। 2022 में छपरा में भी ऐसी ही घटना में 71 लोगों की जान चली गई थी। इस बार भी सरकार पर शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब के कारोबार को रोकने में विफल रहने का आरोप लग रहा है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना की समीक्षा करते हुए डीजीपी को जांच की निगरानी के निर्देश दिए हैं। तो वहीं उत्पाद मंत्री रत्नेश सादा ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

इस घटना के बाद से राज्य सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अभी तक कोई उच्च अधिकारी या मंत्री प्रभावित गांवों का दौरा नहीं कर पाया है। शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद राज्य में अवैध शराब का कारोबार जारी है, जो लगातार लोगों की जान ले रहा है।