ASP के सामने दंडवत हो गए BJP विधायक, कहा- पूरा जिला नशे की चपेट में, पुलिस मेरी हत्या करवाना चाहती है

वायरल वीडियो में एएसपी पांडे, BJP विधायक से पूछते सुनाई दे रहे हैं कि समस्या क्या है? जवाब में विधायक कहते सुनाई देते हैं कि कोई समस्या नहीं है, लेकिन आप मुझे गुंडों से मरवाना चाहते हैं।

Updated: Oct 10, 2024, 10:53 AM IST

रीवा। मध्य प्रदेश में BJP के एक विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें विधायक को एक सीनियर पुलिस अफसर के पैरों में गिरते हुए देखा जा सकता है। वह कहते हैं कि कुछ पुलिसकर्मी गुंडों से उनकी 'हत्या' करवाना चाहते हैं।

वायरल वीडियो में विधायक प्रदीप पटेल मऊगंज जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अनुराग पांडे के सामने अपना दंडवत होकर फर्श पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं। मऊगंज के विधायक को ASP पांडे से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिस अधिकारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने गुंडों से उन्हें 'मार' डालने के लिए कहा है।

उधर, ASP पांडे अपनी ओर से सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक के दावे का खंडन करते हुए सुने जा सकते हैं। MLA पटेल ने मऊगंज जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) और रीवा जोन के महानिरीक्षक (IG) को एक पत्र भी भेजा, जिसमें क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थ व्यापार की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया गया है।

मऊगंज एसपी रसना ठाकुर ने कहा कि वीडियो उनके संज्ञान में आया है और उन्होंने पटेल का पत्र मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पत्र में पटेल ने मादक पदार्थ व्यापार में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ठाकुर ने कहा कि पुलिस लगातार मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और उन्होंने हाल ही में जिले में गांजा और प्रतिबंधित कफ सिरप की बोतलों की खेप पकड़ी है।

मामले पर मऊगंज के भाजपा के मंडल अध्यक्ष सुलेंद्र गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। विधायक प्रदीप पटेल ने एएसपी से बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने का आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। इससे नाराज होकर विधायक जनता की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दंडवत हो गए।

वहीं, कांग्रेस के सीनियर नेता अरुण यादव ने मऊगंज प्रदीप पटेल का वीडियो शेयर कर पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने X पर लिखा, 'भाजपा विधायक पुलिस अफसरों के सामने दंडवत होकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। कांग्रेस द्वारा किए गए दावों का यह सबूत है कि प्रदेश में लॉ एंड आर्डर की व्यवस्था चौपट हो गई है। जब सत्ताधारी विधायक को खुद की सुरक्षा के लिए दंडवत होना पड़े तो बहन - बेटियों एवं आमजन की सुरक्षा कैसे होगी?'