भोपाल में नहीं रुक रहा आवारा कुत्तों का आतंक, एक ही दिन में 40 लोगों को काटा अस्पतालों में लगी मरीजों की भीड़

मंगलवार को एक बार फिर से शहर के अलग - अलग क्षेत्रों में 41 लोगों को श्वानों ने अपना शिकार बनाया। इसमें मिसरोद के सलैया इलाके में 2 युवकों को श्वान के झुंड ने काटा लिया।

Publish: Jan 17, 2024, 06:17 PM IST

भोपाल। हाल ही में मध्यप्रदेश के भोपाल में अयोध्या नगर के मीनाल रेसीडेंसी में साढ़े माह के मासूम की श्वानों ने नोच - नोचकर मार डालने की दर्दनाक घटना सामने आई थी। इस घटना के बाद से कुत्तों के काटने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। मंगलवार को एक बार फिर से शहर के अलग - अलग क्षेत्रों में 41 लोगों को श्वानों ने अपना शिकार बनाया। इसमें मिसरोद के सलैया इलाके में 2 युवकों को श्वान के झुंड ने काटा लिया। बड़ी संख्या में श्वानों की वजह से जेपी अस्पताल में मरीजों की भीड़ लग गई। लोगों को घाव साफ कराने और इंजेक्शन लगाए जाने के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ा। श्वानों का शिकार लगातार छोटे बच्चे भी होते जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार अकेले जेपी अस्पताल में मंगलवार को 130 लोगों को रेबीज के इंजेक्शन लगाए गए हैं। इनमें से 30 नए श्वानों के द्वारा काटे जाने के मामले हैं। जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन डा. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे यहां हर रोज श्वान को काटने के बाद लगने वाले इंजेक्शन की संख्या सौ के करीब होती है। नए केस हर रोज 15 से 25 तक आ रहे है। वहीं हमीदिया और एम्स अस्पताल में श्वान के काटने के इंजेक्शन लगाए गए हैं। 

बता दें इस घटना के बाद से ही नगर निगम आवारा कुत्तों को पकड़ने की मुहिम चला रहा है। महापौर मालती राय ने इस समस्या को देखते हुए मंगलवार को अफसरों की बैठक बुलाई, जिसमें निगम कमिश्नर नोबल फ्रैंक, एमआईसी मेंबर आरके सिंह बघेल समेत अन्य अधिकारी भी शामिल थे। महापौर ने कहा कि हर रोज 20 से 30 नसबंदी की जा रही हैं, लेकिन यह समस्या बढ़ रही है और इसे निगम कार्रवाई से ही नहीं रोका जा सकता।

इसके साथ ही महापौर ने लोगों से अपील की है कि वे अपने पालतू कुत्तों को पिंजरे में रखें ताकि ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें। उन्होंने बताया कि शहर में व्यापक स्तर पर कुत्तों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है, और पेट लवर्स के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।

महापौर ने हेल्पलाइन पर आई शिकायतों की सुनवाई की भी जानकारी दी, जिसमें 321 शिकायतें शामिल हैं। इस पर उन्होंने निगम अधिकारियों को डॉग पकड़ने की टीम बढ़ाने के लिए आदेश दिया है। इस समस्या का समाधान तात्कालिक और प्रभावी होना चाहिए, ताकि लोगों की सुरक्षा की जा सकें।